रांची (RANCHI): झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) के खिलाफ अभ्यर्थियों ने सोमवार को आयोग कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों की मुख्य मांग थी कि लंबे समय से लंबित CDPO परीक्षा का परिणाम जल्द से जल्द जारी किया जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि परिणाम दो दिनों के भीतर घोषित नहीं किया गया, तो 15 अक्टूबर से राज्यभर में बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसमें भूख हड़ताल और प्रतीकात्मक रूप से “आयोग का पिंडदान” कार्यक्रम भी शामिल होगा.
अभ्यर्थियों का कहना है कि CDPO (बाल विकास परियोजना पदाधिकारी) परीक्षा 25 साल बाद आयोजित की गई थी. इस परीक्षा के लिए 2023 में विज्ञापन जारी हुआ था और 2024 में परीक्षा ली गई थी, लेकिन परिणाम अब तक घोषित नहीं किया गया है. कुल 64 पदों के लिए हुई इस परीक्षा में 32 सीटें पुरुषों और शेष पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. प्रदर्शनकारी छात्रों ने बताया कि राज्य के 264 प्रखंडों में से करीब 200 प्रखंड फिलहाल प्रभार में चल रहे हैं, जिससे प्रशासनिक कामकाज प्रभावित हो रहा है. ऐसे में पदों की त्वरित नियुक्ति बेहद जरूरी है.
झारखंड स्टेट स्टूडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्यनारायण शुक्ला ने कहा कि आयोग के सचिव ने पहले आश्वासन दिया था कि 20 सितंबर 2025 तक परिणाम घोषित कर दिया जाएगा, लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि आयोग से अब छात्रों का भरोसा उठता जा रहा है. “जो संस्था युवाओं का भविष्य बनाने के लिए बनी है, वही आज उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है,” शुक्ला ने कहा.

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