रांची (RANCHI): झारखंड सरकार के मंत्री और झामुमो नेता शुदिव्य सोनू द्वारा राजद नेताओं को “धूर्त” कहे जाने पर सियासी विवाद गहरा गया है. इस बयान पर राजद प्रदेश प्रवक्ता कैलाश यादव ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि मंत्री का यह शब्द न केवल अनुचित है बल्कि बेहद पीड़ादायक और आपत्तिजनक भी है.

कैलाश यादव ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सबसे बड़ी और सशक्त पार्टी के रूप में मैदान में है. “इंडिया गठबंधन के नेतृत्वकर्ता तेजस्वी यादव हैं और बिहार में मुख्य मुकाबला राजद गठबंधन बनाम एनडीए के बीच है,”

राजद प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि झामुमो प्रमुख और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पार्टी के दिल में सम्मानित नेता हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में सीट बंटवारे में झामुमो को जगह न मिलना अफसोसजनक जरूर है, लेकिन इस आधार पर किसी मंत्री द्वारा राजद नेताओं के लिए अपशब्दों का प्रयोग करना अत्यंत निंदनीय है.

कैलाश यादव ने कहा, “राजनीति में ‘एहसान’ जैसे शब्दों का प्रयोग अनुचित है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव देश के बड़े सेक्युलर और सामाजिक न्याय के प्रणेता हैं. उन्होंने सदैव गरीबों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी है.”

उन्होंने आगे कहा कि बिहार में इस बार परिवर्तन तय है. “तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद गठबंधन की सरकार बनना निश्चित है. हमारी प्राथमिकता बीजेपी को सत्ता में आने से रोकना और सामाजिक न्याय की राजनीति को आगे बढ़ाना है,” यादव ने कहा.

राजनीतिक गलियारों में इस बयानबाजी ने झामुमो और राजद के बीच रिश्तों में आई खटास को उजागर कर दिया है. वहीं, हेमंत सोरेन की छवि को लेकर राजद प्रवक्ता की टिप्पणी यह संदेश देने की कोशिश करती दिखी कि गठबंधन स्तर पर संबंध अब भी मजबूत बनाए रखने की इच्छा राजद में बनी हुई है.