पाकुड़ (PAKUR) : पाकुड़ जिले में फर्जी दस्तावेजों के सहारे आधार कार्ड बनाए जाने का मामला अब गंभीर हो गया है. इस पर उपायुक्त (डीसी) मनीष कुमार ने सख्त कदम उठाते हुए आठ जांच टीमों का गठन किया है. डीसी के निर्देश पर एसडीओ साइमन मरांडी ने ये टीमें बनाई हैं, जो जिले के अलग-अलग प्रखंडों और पंचायतों में जाकर जांच करेंगी. इन टीमों में बीडीओ, सीओ, थाना और आउटपोस्ट प्रभारी को शामिल किया गया है. वहीं यूआईडी सेल के डीपीओ रितेश कुमार श्रीवास्तव को तकनीकी सहयोग के लिए जोड़ा गया है. सभी टीमों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्र में गहराई से जांच करें और रिपोर्ट सौंपें.
बीते 12 अक्टूबर को एसडीओ साइमन मरांडी ने बीडीओ समीर अलफ्रेड मुर्मू और डीपीओ रितेश श्रीवास्तव के साथ मिलकर सदर प्रखंड के कई गांवों में छापेमारी की थी. जांच में पता चला कि कुछ बाहरी लोगों की मदद से फर्जी दस्तावेजों के जरिए आधार कार्ड बनाए जा रहे थे. ग्रामीणों ने बताया कि इन कार्डों में उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक और असम के सरकारी आईडी का इस्तेमाल किया जा रहा था. एसडीओ मरांडी ने कहा कि फर्जी आधार कार्ड बनाना गंभीर अपराध है और इससे देश की सुरक्षा व कानून व्यवस्था को खतरा हो सकता है. इसलिए ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इस मामले की शुरुआत तब हुई जब शिकायतकर्ता तनवीर ने डीसी को फर्जी आधार कार्ड बनाने की शिकायत दी थी. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और अब जिलेभर में जांच अभियान शुरू कर दिया गया है. फिलहाल जिन लोगों पर फर्जी आधार बनाने का आरोप है, वे फरार बताए जा रहे हैं. प्रशासन ने साफ कहा है कि ऐसे लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा.
रिपोर्ट-विकास कुमार

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