धनबाद (DHANBAD) : धनबाद पुलिस को मंगलवार के तड़के एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस पक्की सूचना पर एंबुश लगाकर किसी अपराधी की तलाश कर रही थी. इसी बीच जमशेदपुर का कुख्यात अपराधी भानु मांझी बाइक से पहुंचा. अपने को पुलिस से घिरते देख अपराधी ने पुलिस पर फायरिंग झोंक दी. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की और गोली उसके पैर में लगी है. फिर उसे पुलिस ने अरेस्ट कर लिया और उसकी पहचान भानु मांझी के रूप में हुई. फिलहाल वह पुलिस अभिरक्षा में इलाज करवा रहा है. यह सब हुआ धनबाद के तिला टांड़ में.
इस घटना की सूचना धनबाद में तेजी से फैली. पुलिस के बड़े अधिकारियों तक सूचना पहुंचाई गई .फिर एसएसपी समेत तमाम बड़े अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच पड़ताल की. जानकारी के अनुसार भानु मांझी पहुंचते ही पीसीआर वैन पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस भी अलर्ट थी. उसने भी जवाबी कार्रवाई की और भानु के पैर में गोली लग गई. वह घायल होकर गिर गया. पुलिस ने उसके पास से बाइक और हथियार भी बरामद किया है. भानु मांझी वह अपराधी है, जिससे जमशेदपुर की पुलिस तो परेशान थी ही, बोकारो में भी वह अपराध करता था और हाल के दिनों में धनबाद को भी अपना ठिकाना बनाया था.
राजगंज थाना क्षेत्र के एक पेट्रोल पंप में 9 सितंबर को फायरिंग के मामले में भानु मांझी गिरोह का हाथ था. पुलिस उसके बाद से ही उसकी तलाश में जुटी हुई थी. धनबाद पुलिस के लिए इसलिए भी यह बड़ी उपलब्धि कहीं जा रही है, क्योंकि भानु मांझी का गिरोह फ़िलहाल कुख्यात प्रिंस खान के लिए काम करने लगा था .और धनबाद के लोगों को धमका भी रहा था. पुलिस के पास इसके कई साक्ष्य मौजूद हैं.
धनबाद में 6 सितंबर 2022 के बाद का यह पहला एनकाउंटर बताया जा रहा है. 6 सितंबर 2022 में बैंक मोड़ के मुथूट फाइनेंस में डाका डालने आए गिरोह के सदस्यों को पुलिस की गोली खानी पड़ी थी. घटनास्थल पर ही दो की मौत हो गई थी. दो जीवित पकड़ लिए गए थे और कुछ भागने में भी सफल हुए थे. बैंक मोड़ पुलिस की यह एनकाउंटर बड़ी थी. उस समय बैंक मोड़ के थानेदार डॉक्टर पीके सिंह थे .उन्होंने बहादुरी और दिलेरी दिखाते हुए अपराधियों को ललकारा और दोनों ओर से फायरिंग हुई. जिसमें दो अपराधी मारे गए थे.
उस घटना के बाद मंगलवार की सुबह फिर एनकाउंटर हुआ है. यह अलग बात है कि अपराधी को पैर में गोली लगी है. लेकिन जैसा कि सूत्र बताते हैं, इससे पूछताछ में झारखंड में अपराध के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है .पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है. घटना की सूचना के बाद एस एसपी प्रभात कुमार, ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, सिटी एसपी ऋतिक श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली. बता दे कि सोमवार को धनबाद पुलिस ने प्रिंस खान गिरोह के लिए काम करने वाले एक दर्जन अपराधियों को जेल भेजा था.
एसएसपी ने सोमवार को बताया था कि भगोड़ा प्रिंस खान और उसके सहयोगी सैफी से जुड़े अपराधियों के खिलाफ धनबाद पुलिस की स्पेशल टीम लगातार काम कर रही है. पिछले कुछ दिनों से लगातार प्रिंस खान और सैफी की ओर से धनबाद और झारखंड के अन्य जिलों के कारोबारी और डॉक्टरो को रंगदारी के लिए फोन किया जा रहा था. धनबाद पुलिस की विशेष टीम ने दबिश देकर गिरोह के 12 लड़कों को पकड़ा. पकड़े गए लड़कों में धमकी देने वालों के साथ-साथ कारोबारी के मोबाइल नंबर प्रिंस खान और सैफी तक पहुंचने वाले, धमकी देने के लिए शूटर की भूमिका निभाने वाले, हथियार और चोरी की बाइक जुगाड़ करने वाले शामिल थे.
एसएसपी ने यह भी खुलासा किया था कि गिरोह के सदस्यों के अलावा एक अलग गुट है, जो बैंकों के ग्राहक सेवा केंद्र और साइबर कैफे के जरिए रंगदारी की रकम को अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करा रहे थे. इसके बदले में उन्हें मोटी रकम कमीशन के रूप में मिल रही थी. उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में प्रिंस खान गिरोह जमशेदपुर को निशाने पर लिए हुए हैं. वहां के कारोबारियों से रंगदारी की मांग की जा रही है. फायरिंग भी कराई गई थी. जमशेदपुर पुलिस भी धमकी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. यहां यह बताना जरूरी है कि सोमवार को धनबाद पुलिस ने जिन 12 लड़कों को जेल भेजा है. वह अलग-अलग जगह से अरेस्ट किए गए थे.
रिपोर्टःधनबाद ब्यूरो

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