रांची (RANCHI) : चुनावी माहौल के बीच झारखंड से एक बड़ी खबर सामने आई है. निर्वाचन आयोग ने वोटर आईडी बनाने की प्रक्रिया में उम्र से संबंधित दस्तावेजों में की जा रही छेड़छाड़ पर गंभीर चिंता जताई है.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए सभी जिलों के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को पत्र लिखा है. उन्होंने निर्देश दिया है कि प्रपत्र-6 और प्रपत्र-8 का निष्पादन नियमानुसार किया जाए.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा है कि ऐसी सूचनाएँ मिल रही हैं कि कुछ लोग सरकारी लाभ लेने के उद्देश्य से प्रज्ञा केंद्रों और साइबर कैफे के माध्यम से आयु संबंधी दस्तावेजों में हेराफेरी कर रहे हैं और उन्हें वोटर आईडी बनाने के लिए अपलोड किया जा रहा है. 

उन्होंने निर्देश दिया है कि यदि वोटर आईडी आवेदन के दौरान संदिग्ध दस्तावेज पाए जाते हैं तो संबंधित व्यक्ति और प्रज्ञा केंद्र या साइबर कैफे संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. वहीं, इस मामले में प्रज्ञा केंद्र संचालिका संगीता कुमारी ने बताया कि उनके यहां कई तरह के ग्राहक आते हैं. अगर कोई संदिग्ध दस्तावेज लेकर आता है, तो वह उसे काम करने से मना कर देती हैं.