टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : भाजपा और झामुमो ने घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने-अपने प्रत्याशी के नामों की घोषणा कर दी है. मतदान 11 नवंबर को होगा और नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. घाटशिला उपचुनाव सिर्फ़ एक सीट के लिए नहीं, बल्कि दो दिग्गज आदिवासी नेता की साख दावं पर लगी है. BJP और JMM आमने-सामने हैं, वहीं NDA और विपक्षी गठबंधन के बड़े नेताओं की भी घाटशिला पर नज़र है. इस उपचुनाव ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है. चुनावी जोश और रणनीति की नब्ज़ हर कोने में महसूस की जा सकती है. जनता की नज़रें अब इस बड़े मुकाबले पर टिकी हैं, जहां सत्ता और इज़्ज़त दोनों दांव पर हैं. घाटशिला जल्द ही राजनीतिक जंग का मैदान बना नजर आएगा.
भाजपा ने उम्मीदवार से पहले ही जारी की थी कैंपेनर्स की लिस्ट
घाटशिला सीट के लिए BJP ने भी कमर कस ली है. उम्मीदवार का नाम अनाउंस होने से पहले पार्टी ने कैंपेनर्स की लिस्ट जारी कर दी. इस लिस्ट में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, जुएल ओराम, अन्नपूर्णा देवी, संजय सेठ और ओडिशा और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री शामिल हैं. राज्य लेवल के नेताओं की बात करें तो BJP ने BJP के प्रदेश अध्यक्ष और विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष और MP आदित्य साहू, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, रघुवर दास, चंपई सोरेन, मधु कोड़ा, झारखंड प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी और MLA और अधिकारियों के नाम शामिल किए हैं.
घाटशिला में समीकरण बदलते रहे हैं
2024 के चुनाव में बाबूलाल सोरेन का मुकाबला रामदास सोरेन से था. मुकाबला एकतरफ़ा नहीं था. रामदास सोरेन को 98,356 वोट मिले, जबकि बाबूलाल को 75,910 वोट मिले. 2005 में यह सीट कांग्रेस के पास थी. 2009 में JMM के पास थी. फिर 2014 में यह सीट BJP के पास चली गई. पिछले दो चुनावों से यह सीट JMM के पास है. दोनों ही युवा हैं और अपने पिता के भरोसे राजनीति में आए हैं. इसलिए, राजनीतिक अनुभव के मामले में बाबूलाल सोरेन सोमेश से एक कदम आगे हैं.
घाटशिला में BJP सिर्फ़ एक बार जीती है
2014 के चुनाव में समीकरण बदल गया. BJP के लक्ष्मण टुडू ने JMM के रामदास सोरेन को 6,403 वोटों के अंतर से हराया. उस चुनाव में कांग्रेस की सिंड्रेला बालमुचू तीसरे नंबर पर रहीं. 2019 के चुनाव में JMM के रामदास सोरेन ने वापसी करते हुए BJP उम्मीदवार लखन चंद्र मार्डी को हराया. गठबंधन की वजह से कांग्रेस के खत्म होने के बाद प्रदीप बालमुचू AJSU के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन तीसरे नंबर पर रहे. 2024 में मुकाबला NDA और ऑल इंडिया अलायंस के बीच था. पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन ने JMM के रामदास सोरेन के खिलाफ BJP उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा. हालांकि, उनका प्रदर्शन फेल रहा. रामदास सोरेन ने उन्हें 22,000 से ज़्यादा वोटों के अंतर से हरा दिया. यहां पूरी ज़िम्मेदारी चंपई सोरेन पर है.

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