टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : घाटशिला उपचुनाव की सरगर्मी के बीच जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम फिर एक बार सुर्खियों में है. आदिवासी और कुड़मी के बीच छिड़ी जंग के बीच खबर सामने आ रही थी कि जेएलकेएम से घाटशिला विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार व आदिवासी नेता इंद्रजीत मुर्मू ने जयराम महतो का साथ छोड़ दिया. ऐसी खबरों के हवा मिलते ही चुनावी रणभूमि में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदलते नजर आने लगे. हालांकि अब खुद इंद्रजीत मुर्मू इस खबरों को नकार दिया है. उन्होंने इस मामले को लेकर अपना पहला बयान दिया है. कहा है कि पार्टी से नाता तोड़ने की झुठी अफवाह फैलाई जा रही है. वे टाइगर जयराम महतो के साथ मजबूती से खड़े हैं. इसके साथ ही उन्होंने ने भी कहा कि कुछ लोग अपनी राजनीतिक रोटी सेकनें में लगे है, और झुठी अफवाह फैला रहे हैं.

गौरतलब है कि अभी दो दिन पहले ही घाटशिला विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार इंद्रजीत मुर्मू के जेएलकेएम से इस्तीफा देने की अफवाह फैली थी. इसके अलावा, कुछ स्थानीय आदिवासी संगठनों और नेताओं ने जयराम महतो से दूरी बनानी शुरू कर दी थी. इसका कारण महतो की राजनीतिक रणनीति से असहमति बताया जा रहा है. ऐसी भी अटकलें हैं कि महतो के कुछ फैसले, खासकर एक खास पार्टी से उनकी बढ़ती नजदीकियां, आदिवासी नेताओं को रास नहीं आ रही हैं.

वहीं इसपर राजनीतिक जानकारों का मानना ​​है कि चुनाव से पहले अक्सर राजनीतिक विरोधियों द्वारा मतदाताओं में भ्रम पैदा करने के लिए ऐसी अफवाहें फैलाई जाती हैं. हालांकि, इंद्रजीत मुर्मू के बयान ने इस अफवाह पर विराम लगा दिया है. अब यह स्पष्ट है कि जेएलकेएम पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरेगी और घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में अपने उम्मीदवार को मज़बूत समर्थन देगी.