चाईबासा (CHAIBASA) : चाईबासा में थैलेसीमिया पीडित  बच्चों को HIV संक्रमित खून चढ़ाने का मामला गंभीर रुप ले लिया है. सीएम हेमंत सोरेन के आदेश के बाद सिविल सर्जन पर गाज गिरी है. सीएम के आदेश के बाद डीसी ने कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से सिविल सर्जन को सस्पेंड कर दिया है.

बताते चलें कि सीएम हेमंत सोरेन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पश्चिमी सिंहभूम के सिविल सर्जन और अन्य ज़िम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश दिए थे. सीएम हेमंत ने ट्वीट कर कहा कि राज्य सरकार प्रभावित बच्चों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी और संक्रमित बच्चों का पूरा इलाज भी सुनिश्चित करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा, "चाईबासा में थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों का संक्रमित होना बेहद दुखद है." राज्य के स्वास्थ्य विभाग को सभी ब्लड बैंकों का ऑडिट कर पाँच दिनों के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है.

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य प्रक्रिया में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को भी इस मामले का संज्ञान लेने का निर्देश दिया गया है.

जानिए क्या है मामला

चाईबासा के मंझारी प्रखंड के सात साल के थैलीसिमिया पीड़ित बच्चे को कथित तौर पर एचआईवी पॉजिटिव रक्त चढ़ाने का आरोप लगाया गया है. परिजनों ने इस मामले की शिकायत उपायुक्त और राज्य सरकार से की है. मंझारी प्रखंड के जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल ने आरोप लगाया कि जिस बच्चे को एचआईवी पाजिटिव रक्त चढ़ाया गया, उसी की बुआ के साथ एक साल पहले ब्लड बैंक कर्मचारी मनोज कुमार द्वारा दुर्व्यवहार किया गया था. इस मामले में सदर थाना में केस भी दर्ज किया गया था और मामला अदालत में चल रहा है. उन्होंने दावा किया कि बदले की भावना से यह घटना हुई है और मांग की है कि उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.

वहीं इस मामले को लेकर सिविल सर्जन, पश्चिमी सिंहभूम डॉ. सुशांतो कुमार माझी ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि बच्चे तक एचआईवी संक्रमण कैसे पहुंचा. दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

रिपोर्ट-संतोष वर्मा