रांची(RANCHI): राजधानी रांची के नामकुम थाना से एक चौकने वाला मामला सामने आया. जिसमें दरोगा ने DGP के आदेश को नजर अंदाज कर एक महिला और उसके पिता को जेल भेज दिया. इसके बाद पुलिस महानिदेशक ने बड़ी कार्रवाई की और उनके आदेश को नजर अंदाज करने वाले नामकुम थाना प्रभारी के साथ केस IO का रांची से तबादला करते हुए आईओ को निलंबित कर दिया.थाना प्रभारी सिमडेगा जबकि SI को चाईबासा भेज दिया गया.
दरअसल आठ अगस्त को रांची के प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता हुई. जिसमें बताया गया कि एक लड़की है जिसका नाम खुशी बताया गया. वह लड़कों को फसा कर शादी करती है और फिर पैसे लेकर फरार हो जाती है. कुश सिंह और काशीनाथ नायक की पत्नी ने कई तस्वीर सामने रखी और दावा किया की उसके साथ ही नहीं बल्कि तीन लोगों को शिकार बना चुकी है. शादी करने के बाद तलाख और पैसे की डिमांड करती है. एक दो रुपये नहीं बल्कि 20 से 25 लाख रुपये वसूलने का काम कर रही है. ऐसा नहीं करने पर केस कर फ़साने का धमकी देती है.
लेकिन इससे पहले ही काशीनाथ के नाम पर 28 मई को रांची के गोंदा थाना में एक शिकायत लड़की की ओर से की गई थी. जिसमें बताया गया की काशीनाथ नामक व्यक्ति से उसने कर्ज के तौर पर पैसा लिया था. लेकिन पैसा के बदले वह उससे तीन प्रतिशत ब्याज वसूल रहा था. इस बीच उसकी अश्लील तस्वीर भी किसी तरह से क्लिक कर लिया और अब जेल भेजने की धमकी देता है.
फिर एक केस नामकुम में दर्ज किया गया. जिसमें दावा किया की खुशी नाम की लड़की झूठे आरोप में फसाना चाहती है. इसमें बताया गया कि पहले खुल कर दोस्ती की उसके बाद फिर पैसे की डिमांड शुरू कर दी. पूरा नहीं होने पर केस और जेल भेजवाने की धमकी दी जा रही है. मामला गंभीर था रांची के नामकुम पुलिस थाना में केस दर्ज हुआ. पुलिस ने जांच शुरू किया. कई तथ्यों के आधार पर पुलिस को लड़की पर शक हुआ.
इस बीच ही DGP अनुराग गुप्ता के पास यह लड़की पहुंची और आवेदन देकर पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की. जिसके बाद एक आदेश भी पुलिस मुख्यालय से जारी किया गया. जिसमें बताया गया कि डीआईजी संध्या रानी के द्वारा पूरे मामले की जांच की जाएगी. जब तक जांच पूरी नहीं होती तबतक लड़की की गिरफ़्तारी नहीं की जाएगी. इस बीच जांच में यह भी बात सामने आई की 28.05 2025 को गोंदा थाना में दर्ज मुकदमा को वापस लेने के लिए काशीनाथ नयाक के द्वारा धमकी दी गई थी. केस वापस लो नहीं तो फिर पूरे परिवार को जेल भेज देंगे.
जब लड़की पर नामकुम में केस हुआ इसके बाद मामला कोर्ट तक पहुँचा और एंटीसिपेट्री बेल के लिए आवेदन दिया गया.लेकिन बीते दिनों इसका बेल रिजेक्ट कर दिया गया. कोर्ट ने अपने आदेश में लिखा की पुलिस की जांच रिपोर्ट और कोर्ट में प्रस्तुत किए गए साक्ष्य से यह पता चलता है कि लकड़ी कई गलत काम में संलिप्त है, और लड़कों को जाल में फंसा कर वसूली करने का काम करती है. इसी आधार पर कोर्ट ने बेल रिजेक्ट कर दिया. लेकिन कोर्ट ने तुरंत गिरफ़्तारी का आदेश नहीं दिया था.
बेल रिजेक्ट होते ही नामकुम पुलिस ने बुधवार को आरोपी लड़की खुशी और उसके पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उधर दूसरी तरफ DGP का आदेश था. जेल नहीं भेजना है. लेकिन पुलिस ने DGP के आदेश को नजर अंदाज किया. और खुशी के साथ उसके पिता को जेल भेज दिया. इस प्रकरण के दूसरे दिन ही पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने बड़ी कार्रवाई की और आदेश ना मानने पर थानेदार मनोज कुमार का तबादला सिमडेगा कर दिया. वहीं केस अनुसंधानकर्ता को सस्पेंड करते हुए चाईबास भेज दिया गया. इस कार्रवाई के बाद से हड़कंप मचा हुआ है.

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