रांची (RANCHI) : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) के गुवाहाटी स्थित कार्यकारी निदेशक मैसनल रितेन कुमार सिंह को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. यह रकम कोलकाता की कंपनी मेसर्स मोहन लाल जैन को अनुचित लाभ पहुंचाने के बदले में ली जा रही थी.

सूत्रों के अनुसार, इस कंपनी को नेशनल हाईवे-37 के एक हिस्से की फोर लेनिंग का कार्य सौंपा गया था. लेकिन कंपनी निर्धारित समय सीमा में काम पूरा नहीं कर पाई. ऐसे में कार्यकारी निदेशक ने कंपनी से समय सीमा बढ़ाने और कार्य पूर्णता प्रमाणपत्र जारी करने के एवज में घूस की मांग की थी. 

सीबीआई को इस पूरे प्रकरण की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद एजेंसी ने जाल बिछाकर कार्यकारी निदेशक और कंपनी के प्रतिनिधि विनोद कुमार जैन दोनों को रिश्वत लेते और देते समय गिरफ्तार कर लिया.

गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की. तलाशी के दौरान 2.62 करोड़ रुपये नकद, जमीन के नौ दस्तावेज, और देश के विभिन्न हिस्सों में परिजनों के नाम खरीदे गए 20 फ्लैट्स से संबंधित कागजात जब्त किए गए.

जांच एजेंसी अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस भ्रष्टाचार के नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं तथा रिश्वत की रकम कहां-कहां निवेश की गई है. सीबीआई की यह कार्रवाई NHIDCL में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है.