धनबाद (DHANBAD) : राष्ट्रपति के धनबाद दौरे  ने यह एक सुखद संदेश दे गया कि अगर व्यवस्था चाहे तो धनबाद भी सुंदर शहर बन सकता है. धनबाद 2-0 की शुक्रवार की सुंदरता अगर बनी रहे तो फिर धनबाद भी एक सुंदर और चुनमुना  शहर दिखने लगेगा. अंग्रेजों के समय तो सड़क की धुलाई होती थी, लेकिन फिलहाल तो शहर की सड़कों को किसी अति महत्वपूर्ण व्यक्ति के दौरे का इंतजार रहता  है. तभी उनकी सफाई होती है, ब्लीचिंग पाउडर उन्हें नसीब होता है. सड़के साफ होती है. बरवाअड्डा हवाई पट्टी से लेकर आईआईटी (आईएसएम) तक जिस तरह से सड़कों को सजाया-संवारा  गया था. देखने में अति सुंदर लग रहा था.  

ट्रैफिक की चाक-चौबंध  व्यवस्था पिछले कई दिनों से थी  

झारखंड सरकार की योजनाओं का जिस तरह से चित्रण किया गया है, वॉल पेंटिंग की गई है, वह अपने आप में एक संदेश है. धनबाद नगर निगम ने अपने सभी संसाधनों के ताले  राष्ट्रपति के दौरे को लेकर खोल दिए थे. सड़क पर बड़ी-बड़ी मशीन दिख रही थी. ट्रैफिक की चाक-चौबंध व्यवस्था पिछले कई दिनों से देखी जा रही थी. सड़क पर चलने से ऐसा लगता ही नहीं था, कि धनबाद की वही सड़के हैं, जहां से पार  करना बहुत आसान नहीं होता था. बिना जाम, बगैर किसी हर-हर पटपट के गाड़ियां दौड़ रही थी. अतिक्रमण नाम का कोई चीज ही नहीं था.  

---तो क्या फिर से वही सब दिखने लगेगा 

यह अलग बात है कि आज शाम से ही फिर वही दृश्य उत्पन्न हो जाएगा. धीरे-धीरे फिर सड़के सकरी हो जाएगी और अतिक्रमण सड़कों पर हावी हो जाएगा. लोगों को चलने में कठिनाई होने लगेगी. निगम की बड़ी-बड़ी गाड़ियां भी ताले में कैद हो जाएगी. इसके ठीक पलट धनबाद 3-0 की बात की जाए, तो फिलहाल गया पुल से गुजरना हिमालय पर चढ़ने से तनिक कम नहीं है. लगातार बारिश से सड़क पर गड्ढे बन गए है. यह तो गनीमत है कि फ्लाईओवर के रिपेयरिंग काम पूरा हो गया है. फ्लाईओवर पर फिलहाल जाम की स्थिति नहीं दिख रही है. लेकिन गया पुल की हालत 2-0 से 3-0 जाने वाले लोगों की परीक्षा ले रहा है. शायद उसे भी किसी अति महत्वपूर्ण व्यक्ति के दौरे का इंतजार है. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो