रांची(RANCHI): झारखंड की राजनीति में बहुत ही कम समय में डुमरी विधायक जयराम महतो ने एक अलग पहचान बनाई है. इस पहचान से जयराम के कई दुश्मन भी बने लेकिन अब एक गंभीर और सनसनीखेज मामला सामने आया जब जयराम ने खुद मंच से बयान दिया कि 1.5 करोड़ की शुपारी दी गई थी. इस बयान के बाद दो तरह के सवाल खड़े हुए क्या जयराम महतो को सच में धमकी मिली जान मारने की सुपारी शूटर को दी गई. या फिर सब पॉलिटिकल कहानी है. क्या जयराम महतो ने कोई पुलिस केस किया है.
अगर देखे जयराम महतो खुल कर झारखंड के जटिल मुद्दों पर आवाज उठाते है. चाहे कंपनी के खिलाफ हो या सरकार के सभी जगह बेबाकी से सवाल पूछते है. ऐसे दुश्मन होना कोई बड़ी बात नहीं है. राजनीति में हर विपक्षी एक दूसरे का दुश्मन होता है यह दुश्मनी मार पीट वाली नहीं बल्कि राजनीति पटकनी देने की होती है. लेकिन जयराम महतो ने जिस मामले को मंच से उठाया इससे JLKM के कार्यकर्ता भी सकते में आ गए की आखिर कहानी क्या है. अगर आवाज उठाना महंगा पड़ेगा तो फिर किसी के खिलाफ कौन बोलेगा.
इस मामले की तह तक जाने की कोशिश की. जयराम की पार्टी JLKM के केन्द्रीय प्रवक्ता सुशील मण्डल से फोन पर बात की. उनसे सवाल पूछा की क्या जयराम महतो ने मंच से जो बयान दिया वह राजनीति है या वास्तविक में धमकी मिली है. इसपर उन्होंने बताया कि मामला विधानसभा चुनाव के समय का है. चुनाव प्रचार के दौरान ही एक व्यक्ति ने बताया की उनकी सुपारी दी गई. दूसरा सवाल क्या इस मामले में कोई केस किया गया. जिसपर उन्होंने बताया कि चुनाव का समय था और उस समय केस करना सही नहीं समझा. चुनाव के समय माहौल बदल सकता था.
अब यह जानकारी मिली की जयराम महतो को जो जानकारी मिली वह किसने दी यह जयराम सुरक्षा कारणों से सार्वजनिक नहीं करना चाहते है. केस नहीं किया की राजनीति माहौल बन जाएगा. इस पूरे मामले पर विपक्ष ने जयराम के इस बयान पर सवाल उठा दिया है. उनका मानना है कि यह सब राजनीतिक का हिस्सा है. अगर किसी को जान मारने की धमकी मिलती है तो उसे केस करना चाहिए. अगर उन्होंने केस नहीं किया है तो अपने आप में सवाल खड़ा होता है कि वह उनकी बात कितनी गंभीर है.
कुल मिला कर देखे तो जयराम में युवाओं की पकड़ है और हाल के दिनों में उनकी लोकप्रियता बढ़ी है.उनके भाषण देने का स्टाइल युवाओं को सीधा टारगेट करता है. अब जहां तक धमकी और शूटर की बात सामने आई है तो हो सकता है कि कहानी कुछ और हो जिसे विधायक सामने नहीं लाना चाहते है. या फिर कई बार देखा जाता है कि सुरक्षा बढ़ाने के लिए इस बयान को मंच से दिया है. हलाकी मामला गंभीर है और विधायक को पुलिस के पास शिकायत करना चाहिए जिससे शूटर पुलिस गिरफ्त में आसके.

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