रांची(RANCHI): झारखंड में ई कल्याण विभाग से उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों को दो साल से छात्रवृति नहीं मिल रही. विभाग पैसा नहीं होने का हवाला देता है तो विभागीय मंत्री केंद्र से पैसा नहीं मिलने की बात करते है. ऐसे में अब झारखंड के छात्रों का भविष्य अधर में लटका है. हर जगह गुहार लगा कर जब छात्र थक गए तो अब ई कल्याण के दफ्तर में धरना देना शुरू कर दिया. धरना दे रहे छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंतित है. आखिर बिना छात्रवृति पढ़ाई कैसे करें. घर की हालत उतनी अच्छी नहीं है.
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता बबलू महतो ने कहा कि विभाग पूरी तरह से अब हाथ खड़ा कर चुका है. अधिकारियों ने साफ कह दिया कि पैसा ही नहीं है. ई कल्याण के फंड में सिर्फ 1900 रुपया है. ऐसे में छात्रों को पैसा कहा से देंगे.उन्होंने कहा कि मंत्री सुन नहीं रहे है वह भी सिर्फ आश्वाशन देते है. अब आखरी रास्ता धरना और प्रदर्शन का बचा है. अब ई कल्याण के दफ्तर के बाहर ही डटे रहेंगे. उन्होंने कहा कि छात्रों की स्थिति बदहाल है. बाहर में रह कर पढ़ाई करना मुश्किल हो गया. कॉलेज की फी भरें या रूम का किराया दे. समझ से बाहर है.
धरना में शामिल अंकित कुमार ने बताया कि पढ़ाई पूरी करने के लिए अब जोमैटो में काम करना शुरू कर दिया जिससे उनकी पढ़ाई ना छूटे. उन्होंने बताया कि अब पढ़ाई भी छूटने के कगार पर है. कॉलेज से हर दिन नोटिस भेजा जा रहा है. परीक्षा सर पर है लेकिन कॉलेज का पैसा जमा नहीं कर पा रहे है. उन्होंने बताया कि वह बोकारो के रहने वाले है और पिता मजदूरी करते है. आखिर में जब छात्रवृति नहीं मिली तो अब आंदोलन में शामिल हुए है. शायद सरकार उनकी मांग को सुन ले और पैसा रिलीज कर दिया जाए.
वहीं गुमला के रहने वाले सुमित ने बताया कि छात्र का जीवन बर्बाद हो रहा है. एक पढ़ाई का प्रेसर दूसरा घर में पैसा ना होने का प्रेसर. इस बीच में हर दिन सभी पीस कर मर रहे है. कोई सुनने वाला नहीं है. वहीं Blinkit में काम कर कुछ पैसा कमा रहे है. जिससे उनकी पढ़ाई ना रुके. दो समय का ही खाना खा पाते है. एक एक रुपया सोच कर खर्च करना पड़ता है.

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