देवघर (DEOGHAR): श्रावण मास शिव आराधना के लिए सर्वोत्तम मास माना जाता है. श्रावण मास में सोमवार का और भी खास महत्व होता है. सावन की सोमवारी को पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग के जलार्पण की बात ही अलग है. आज सावन मास की पहली सोमवारी के साथ साथ चतुर्थी तिथि और शिववास भी है. तिथि और दिन के कारण देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में अपार भीड़ उमड़ पड़ी है. आज जो भी श्रद्धालु पवित्र ज्योर्तिलिंगों में जलापर्ण करेंगे वे शिव के कृपा के पात्र बनेंगे. इस वर्ष श्रावण मास में चार सोमवार है.
श्रावण मास के शिवमय माहौल में शिवभक्ति का जुनून किस तरह शिवभक्तों के सर चढ़ कर बोलने लगता है इसका जीवंत उदाहरण कांवर लेकर बाबाधाम पहुंचने वाले शिवभक्तों के चेहरे पर आसानी से पढ़ा जा सकता है. वैसे तो सावन माह का महत्व और इसकी पवित्रता सर्वविदित है. सावन मास की पहली सोमवारी पर जलार्पण करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ रविवार देर शाम से ही देवघर में जुटने लगी थी. रात में ही श्रद्धालुओं की कतार बाबा मंदिर परिसर से 12 किलोमीटर दूर चली गई थी.
श्रद्धालुओं को व्यवस्थित तरीके से कतार में लगाने के लिए रात भर जिला प्रशासन के अधिकारी व्यस्त रहे. सोमवार अहले सुबह 4 बजकर 12 मिनट में बाबा मंदिर में जलार्पण शुरू हुआ. इसके बाद अनवरत श्रद्धालु कतारबद्ध तरीके से अरघा के माध्यम से जलार्पण कर रहे है.
जिला के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया आज सवा दो लाख श्रद्धालुओं द्वारा जलार्पण करने की संभावना है. वही जलार्पण करने वाले श्रद्धालुओं भी जिला प्रशासन द्वारा मिल रही सुविधा और सुलभ जलार्पण की व्यवस्था की सराहना कर रहे है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
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