TNP DESK- बिहार चुनाव को लेकर जहां नीतीश कुमार की सरकार रेस है, महागठबंधन ताल ठोक रहा है, लालू प्रसाद के बड़े बेटे ने नया गठबंधन खड़ा कर लिया है. जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बिहार में बदलाव के दावे कर रहे है. इसबीच चुनाव के पहले लगभग हर महीने प्रधानमंत्री का दौरा बिहार में हो रहा है. मतलब साफ है कि एनडीए प्रधानमंत्री के चेहरे पर ही चुनाव लड़ेगा. वैसे, तो बिहार पर सभी की नजर है, क्योंकि बिहार चुनाव का परिणाम यह बताएगा कि बंगाल में ममता दीदी की सरकार रिपीट होगी अथवा भाजपा वहां सेंधमारी करेगी. वैसे ,बंगाल में भी भाषा को लेकर राजनीतिक गर्माहट है. ममता बनर्जी आक्रमक मूड में है. भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी पर हमले की घटना तक हो गई है.
वैसे, बिहार में सरगर्मी कम नहीं है. एक से एक शब्द वाण चल रहे है. एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हुए है. आया राम- गया राम का सिलसिला भी शुरू हो गया है. इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव के पहले हर महीने राज्य का दौरा कर रहे है. प्रधानमंत्री 27 अगस्त को बिहार आएंगे और गयाजी में जनसभा को संबोधित करेंगे. इस दौरान वह कई सौगात भी दे सकते है. जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री गयाजी जिले के बेलागंज विधानसभा क्षेत्र के पाली गांव में जनसभा कर सकते है.
सरकार के मंत्री और पदाधिकारी तैयारी में जुट गए है. हो सकता है कि बहुत जल्द आधिकारिक रूप से सभा स्थल की घोषणा कर दी जाए. प्रधानमंत्री पिछले महीने मोतिहारी आए थे. उन्होंने मोतिहारी के गांधी मैदान से लगभग 7200 करोड रुपए की परियोजना का शिलान्यास और लोकार्पण किया था. बिहार में अक्टूबर अथवा नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव हो सकते है. मोतिहारी से पहले प्रधानमंत्री सिवान, उसके पहले बिक्रमगंज और उसके पहले झंझारपुर में जनसभा कर चुके है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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