धनबाद (DHANBAD) : देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया अपने अधिकारियों को और दक्ष  और काबिल बनाने की लगातार कोशिश में है. देश के सर्वोत्तम प्रबंधन संस्थान से लगातार समझौता प्रबंधन कर रहा है.  कोयला कंपनियों में लगातार बढ़ रही आउटसोर्स प्रथा  की वजह से कोयला अधिकारियों को ट्रेनिंग देने की जरूरत महसूस की जाती रही है.  ठेका कर्मियों से किस ढंग और तरीके से काम  लिया जाए.  इसके लिए कोयला अधिकारियों के लिए लगातार उपाय किए जा रहे है.  कोयला अधिकारियों में क्षमता निर्माण के लिए आईआईएम, मुंबई के साथ कोल इंडिया ने करार किया है. 

अधिकारियों के लिए ही कोर्स डिजाईन किये गए है 
 
कोल इंडिया और सहायक कंपनियों के अधिकारियों के लिए कार्यक्रम डिजाइन किया गया है.  एक  वर्ष का कार्यकारी स्नातकोत्तर  कार्यक्रम अधिकारियों को करना होगा.  यह  विशेष कार्यक्रम भविष्य के लिए तैयार क्षमताओं के निर्माण पर केंद्रित है.  जिसका उद्देश्य कंपनी  में परिचालन दक्षता में सुधार और नेतृत्व को मजबूत करना है.  उल्लेखनीय है कि कोल्  इंडिया अपने अफसरो  को लगातार बदलती परिस्थितियों के अनुसार तैयार करने के लिए इस तरह की पहल करती है.  

कुछ साल पहले तीन-तीन आईआईएम के साथ हुआ था समझौता 

कुछ साल पहले कोयला अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए कोल इंडिया ने तीन-तीन आईआईएम के साथ एक  साल का समझौता किया था. लखनऊ, इंदौर और कोलकाता-आईआईएम के मार्गदर्शन में कोयला अधिकारियों ने प्रबंधन से संबंधित नई-नई चीज सीखी थी. खासकर ठेका पद्धति में कार्यरत कर्मियों से काम लेने का तरीका. कोयला सेक्टर में आउटसोर्सिंग कंपनियों की बढ़ती दखल  के कारण कोयला अफसरों को आईआईएम में विशेष प्रशिक्षण देकर उन्हें काबिल और मजबूत बनाया जा रहा है. सूत्र बताते है कि यह कोर्स सवैतनिक होगा. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो