धनबाद (DHANBAD) : डाक विभाग में एक युग का अंत होने जा रहा है. बदलाव के इस युग से डाक विभाग भी अछूता नहीं रहा. डाक विभाग में रजिस्ट्री पोस्ट अब कुछ दिनों के बाद इतिहास बन जाएगा. पहली सितंबर से डाक विभाग रजिस्टर्ड पोस्ट सेवा को पूरी तरह से बंद कर देगा, इसका विलय स्पीड पोस्ट में हो जाएगा. इस तरह से कहा जा सकता है कि डाक विभाग में एक सुनहरे युग का अंत होने जा रहा है. रजिस्टर डाक से भेजने वाले लाखों लोगों के लिए यह एक कडुआ अनुभव हो सकता है. इस सेवा से बुजुर्गों की खट्टे-मीठे यादें भी जुड़ी है. इस सेवा से लोग जुड़े होते थे. रजिस्टर्ड पोस्ट के जरिए डाकिया कभी नौकरी के कागजात, कानूनी नोटिस, सरकारी सूचना, बधाई पत्र लेकर घर तक पहुंचता था.
कभी खुशी तो कभी गम की सूचना भी आती थी
लोगों के लिए कभी खुशी तो कभी गम की सूचना भी आती थी. प्राइवेट कोरियर और वर्तमान में चल रही सेवाओं को लोग चाहे, जिस रूप में ले, लेकिन पुरानी पीढ़ी रजिस्टर्ड पोस्ट को महत्वपूर्ण मानती थी. डाक विभाग ने रजिस्टर्ड पोस्ट को स्पीड पोस्ट सेवा से विलय का निर्णय ले लिया है. हो सकता है कि सरकार इसके पक्ष में बहुत सारे तर्कों पर विचार की हो. लेकिन इतना तो तय है कि सरकार के इस फैसले के बाद आम आदमी की जेब पर असर पड़ेगा. रजिस्टर्ड सेवा सस्ती हुआ करती थी, लेकिन अब स्पीड पोस्ट की वजह से महंगी हो जाएगी.
अंग्रेजों के जमाने की थी यह सेवा
बुजुर्ग बताते हैं कि रजिस्टर्ड पोस्ट की सेवा अंग्रेजों के जमाने की थी. उसे समय इन पंजीकृत डाक से आए पोस्ट अदालत में साक्ष्य के रूप में भी पेश किए जाते थे. यह सेवा एक विश्वास का प्रतीक था. सरकार ने निर्णय ले लिया है और 1 सितंबर से यह अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगी. सरकार के इस निर्णय के बाद अब रजिस्ट्री की जगह सिर्फ स्पीड पोस्ट के जरिए ही डाक सामग्री भेजी जा सकेगी. पहले जहां 20 ग्राम के पार्सल को रजिस्ट्री से सिर्फ₹30 से कम में भेजा जा सकता था,अब स्पीड पोस्ट से इसके लिए करीब ₹40 का भुगतान करना होगा. बड़े पार्सल के लिए खर्च और अधिक हो सकता है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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