धनबाद(DHANBAD) - धनबाद में 71 सालों बाद बाबू जगजीवन राम की मूर्ति का अनावरण मंगलवार को होने जा रहा है. जगजीवन नगर में 71 साल बाद उनकी मूर्ति स्थापित होने जा रही है. जी हां, इसके पहले जगजीवन नगर स्थित केंद्रीय अस्पताल का सौंदर्या करण एवं मजबूतीकरण किया गया है. अस्पताल के सीएमओ आर के ठाकुर के अनुसार 1951 में जगजीवन नगर में इस अस्पताल की स्थापना हुई थी.
उसके बाद यह अस्पताल बीसीसीएल के पास आ गया. 71 साल होने के कारण अस्पताल का भवन कमजोर हो गया था, उपकरण पुराने पड़ गए थे ,जिनका अत्याधुनिक तकनीक से नवीकरण किया जा रहा है. कोबिड के समय इस अस्पताल ने बहुत अच्छा काम किया. धनबाद के लोग इसके गवाह है. अस्पताल के मुख्य गेट पर जिराफ के आकृति लगाई गई है. पेंटिंग के माध्यम से अस्पताल को सजाया- संवारा गया है. जैसी की जानकारी मिल रही है ,यह अस्पताल पहले लाइम स्टोन डोलोमाइट विभाग द्वारा बनवाया गया था.
उसका कार्यालय भी धनबाद में था लेकिन बाद में कार्यालय कोडरमा शिफ्ट हो गया. उसके बाद यह अस्पताल बिना देखरेख के था. लेकिन 1973 में कोयला उद्योग के राष्ट्रीयकरण के बाद यह अस्पताल बीसीसीएल के जिम्मे में आ गया और उसके बाद से अभी भी बीसीसीएल के पास ही है. इस अस्पताल में बीसीसीएल के कर्मियों के अलावे अन्य लोगों का इलाज होता है ,जिसका उन्हें भुगतान करना पड़ता है. कुल मिलाकर कहा जाए कि केंद्रीय अस्पताल में जो बदलाव हो रहे हैं उसका लाभ धनबाद के लोगों को मिलेगा और सबसे बड़ी बात यह है कि 71 साल बाद बाबू जगजीवन राम की प्रतिमा अस्पताल परिसर में लगने जा रही है.
रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह के साथ प्रकाश
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