धनबाद(DHANBAD):  धनबाद कोयलांचल  से प्रतिदिन न जाने कितने  ट्रक कोयला लोड कर जाते है.  यह कोयला वैध  भी होता है और अवैध भी.  इसके अलावा कोलियारियों में लोडिंग के लिए हजारों -हजार ट्रक खड़े रहते है.  लेकिन कभी कोई हलचल नहीं होती.  लेकिन 10 दिनों से अधिक समय से लोडिंग के लिए खड़े एक ट्रक ने कोयलांचल में तहलका मचा दिया था .  हालांकि ट्रक अब कोयला लेकर  चला गया है.  लेकिन उसकी गुंज  अभी भी सुनाई दे रही है.   दरअसल, एक डीओ धारक ने प्रशासनिक अधिकारियों, बीसीसीएल के टॉप मैनेजमेंट  को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि धनबाद सांसद ढुल्लू महतो , बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो और एरिया के महाप्रबंधक 1600 रुपए प्रति टन  रंगदारी मांग रहे है. नहीं देने पर ट्रक को लोड नहीं होने दिया जा रहा है.  इसके बाद विवाद बढ़ा, हालांकि सांसद, विधायक और महाप्रबंधक ने रंगदारी की बात से साफ इनकार किया था.

लगातार इस तरह के आरोप लगते रहे है 
  
लेकिन चर्चा तो थी ही.  यह बात भी सच है कि बाघमारा हो, झरिया हो, निरसा  हो या अन्य कोलियरी  इलाके.  बिना रंगदारी के ट्रक पर कोयले की लोडिंग होती नहीं है.  इसको लेकर बराबर विवाद होता रहता है.  कभी हाईवा  वाले आरोप लगाते हैं, तो कभी ट्रक वाले तो कभी डीओ धारक.  दरअसल, बीसीसीएल बरोरा  क्षेत्र की एएमपी कोलियरी में डीओ  होल्डर कन्हाई चौहान का ट्रक गुरुवार को कोयला लोड कर रवाना हुआ. यह ट्रक पिछले कई दिनों से कोयला लोडिंग की प्रतीक्षा में खड़ा था.  कन्हाई चौहान ने प्रशासनिक अधिकारियों को आवेदन देकर कहा था कि रंगदारी के लिए उनके ट्रक  में  कोयला लोड नहीं होने  दिया जा रहा है.  
 
ट्रक कोयला लोड कर जब  निकला तो प्रबंधन भी राहत की  सांस ली

हालांकि यह बात भी सच है कि गुरुवार को जब ट्रक कोयला लोड कर निकला तो प्रबंधन भी राहत की  सांस ली. यह ट्रक खास बन गया था. विवाद बढ़ने पर प्रबंधन भी चाहता  था कि ट्रक जल्द से जल्द कोयला लेकर चला जाए.  सूत्र बताते हैं कि कन्हाई  चौहान का ट्रक 9 फरवरी से कोयला लोडिंग के लिए कोलियरी में खड़ा था.  एएमपी कोलियरी  में कन्हाई चौहान का 100 टन  का डीओ  लगा है.  इसमें तीन ट्रक कोयला लोड कर निकल गए थे पर लगभग 24 टन कोयला लोडिंग के लिए ट्रक पिछले 12 दिनों से खड़ा था.  इसको लेकर डीओ  होल्डर कन्हाई चौहान ने प्रशासनिक अधिकारियों सहित बीसीसीएल के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा था और आरोप लगाया था कि सांसद, विधायक और महाप्रबंधक₹1600 प्रति टन रंगदारी मांगते है.  नहीं देने की वजह से उनकी गाड़ी लोड नहीं हो रही है. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो