धनबाद (DHANBAD) : कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की 3 दिसंबर 2023 को धनबाद जेल में हत्या कर दी गई थी. अमन सिंह को धनबाद जेल में गोली मारने का आरोप रितेश यादव पर लगा था. रितेश यादव को अपनी पहचान छुपाने के मामले में अदालत ने 3 वर्ष की कैद और ₹5000 जुर्माना की सजा सुनाई है. उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ निवासी सुंदर महतो उर्फ़ रितेश यादव को पहचान छुपाने के मामले में सजा सुनाई गई है. आरोपी के खिलाफ पहचान छिपाने व पुलिस को दिग्भ्रमित करने के आरोप में दिसंबर 2023 में मूनीडीह थाने में अलग से प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
पहचान छुपाने की अलग से हुई थी प्राथमिकी
25 नवंबर 2023 को पुलिस ने उसे मुनीडीह के डीएवी मैदान से चोरी की बाइक के साथ पकड़ा था. उस वक्त रितेश यादव ने अपना नाम सुंदर महतो और पता तेलो (चंद्रपुरा ) बताया था. लेकिन पुलिस ने जब उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि उसका नाम रितेश यादव है और अपनी पहचान छुपा कर पुलिस को दिग्भ्रमित किया था. बोकारो पुलिस ने भी जांच के बाद यह प्रतिवेदन दिया था कि तेलो (चंद्रपुरा) में सुंदर महतो, पिता गुरु चरण महतो नाम का कोई आदमी नहीं रहता है. उसका वास्तविक नाम रितेश यादव और पता जिला प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश है.
3 दिसंबर 2023 को कुख्यात अमन सिंह की हत्या कर दी गई थी
3 दिसंबर 2023 को कुख्यात अमन सिंह की हत्या कर दी गई थी. वह दिन रविवार का था. घटना के बाद धनबाद से लेकर रांची तक तहलका मच गया था. रांची से बड़े अधिकारी धनबाद पहुंचे, जांच-पड़ताल हुई, जेल में छापेमारी की गई. उसके बाद रितेश यादव पुलिस को भरमाने के लिए अपना गलत नाम और पता बताया था. लेकिन पुलिस ने जब उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो इस बात का खुलासा हुआ कि वह बोकारो का नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश का रहने वाला है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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