रांची(RANCHI): झारखंड में सूर्या हासदा ENCOUNTER का मामला कोर्ट तक पहुंच गया. अब हाईकोर्ट में जस्टिस अंबुजनाथ की अदालत ने याचिका को स्वीकार कर लिया है. इस मामले में अब दुर्गा पूजा के बाद सुनवाई की तिथि निर्धारित की जाएगी. याचिका सीबीआई जांच को लेकर दायर की गई है. जिसमें मुख्य सचिव, गृह सचिव, DGP,गोड्डा और देवघर एसपी समेत अन्य अधिकारियों को प्रतिवादी बनाया गया है. अब इस मामले की सुनवाई शुरू होगी तो कई रसुखदार भी रडार पर आएंगे. संथाल परगना प्रमंडल में बड़ा राजनीतिक कद रखने वाले एक पावरफुल व्यक्ति तक इस जांच की आंच पहुंच सकती है.
बता दें कि सूर्या हांसदा की मौत मुठभेड़ के दौरान बीते 11 अगस्त को हुई है. यह मुठभेड़ संदेह के घेरे में इस लिए आयी कि जब सूर्या को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसके बाद देर रात कौन सी पूछताछ के लिए उसे पहाड़ी इलाके लेकर गई. मुठभेड़ के बाद सुबह होते ही इस पूरे कार्रवाई पर कई लोगों ने सवाल उठाया. साथ ही सूर्या के परिजनों ने पूरे मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही इस मुठभेड़ के पीछे एक बड़े कद वाले व्यक्ति पर सवाल उठाया है.
ऐसे में सूर्या के मामले में जब कोर्ट में सुनवाई होगी और सीबीआई जांच का आदेश कोर्ट देता है तो इसमें कई लोगों की मुश्किल बढ़ सकती है. आखिर किस परिस्थिति में देर रात सूर्या को लेकर पुलिस जांच करने गई. साथ ही उसके शरीर पर कई निशान होने का दावा किया गया है. जिस पर भी सवाल उठाया गया है कि पहले उसे जलाया गया बाद में गोली मार दी गई. फिलहाल अब पूरे मामले को लेकर कोर्ट का क्या रुख होता है. इसपर सभी की नजर रहेगी.
बता दें कि सूर्या हांसदा संथाल परगना प्रमंडल की बोरियों सीट से चार बात विधानसभा का चुनाव लड़ चुका है. दो बार झारखंड विकास मोर्चा, एक बार भाजपा और एक आखिरी बार झारखंड लोकतंत्रित क्रांतिकारी मोर्चा के टिकट पर अपनी किस्मत को आजमा चुका था. दूसरी ओर इसके ऊपर पुलिस रिकॉर्ड में 30 से अधिक मामले दर्ज थे. जिसमें रंगदारी मांगने से लेकर हत्या की कोशिश करने जैसे धाराओं में संगीन मामलों का जिक्र किया गया है. लेकिन 9 अगस्त को पुलिस इसे देवघर से गिरफ्तार करती है और फिर 10 अगस्त की रात इसका ENCOUNTER कर दिया जाता है. 11 अगस्त को सुबह सभी जगह यह जानकारी सामने आई की सूर्या मारा गया.
इस बीच विपक्ष भी खुल कर सामने आया और एक आदिवासी नेता को मारने का आरोप लगाया. कई नेताओं ने तो खुल कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का नाम इस पूरे कहानी में लाया गया, और सीबीआई जांच की मांग सदन से सड़क तक किया है. लेकिन आखिर में अब सूर्या की पत्नी सुशीला मुर्मू और माँ निलमुनी मुर्मू ने कोर्ट का रुख कर लिया है.
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