टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : गुरुजी के जाने से पूरा राज्य शोकाकुल है, पर सिर से पिता का साया छिन जाना दुनिया के सभी दुखों से बड़ा है. ऐसे में भरे दिल से गुरुजी के बेटे व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने मर्माहत दिल से न सिर्फ एक बेटे का कर्त्तव्य निभा रहे हैं बल्कि, राज्य के मुखिया होने की जिम्मेदारी भी वह अपने पैतृक गाँव से ही निभा रहे हैं. इसी दौरान अपने भारी दिल से बेटे ने पिता दिशोम गुरु को याद कर लिखा है, 'बाबा दिशोम गुरु के हर सपने को पूरा करेगा उनका बेटा...
हमारे वीर पुरुखों का संघर्ष और बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाएगा.'

एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, 'वीरों और क्रांतिकारियों की वीर भूमि है हमारा झारखण्ड!
इसी वीर भूमि के वीर माटी पुत्र, महान झारखण्ड आंदोलनकारी, अमर वीर शहीद निर्मल महतो जी के शहादत दिवस पर शत-शत नमन. 
वीर शहीद निर्मल महतो अमर रहें!
झारखण्ड के वीर अमर रहें!
अमर रहें! अमर रहें!'

इन पोस्ट से इस पोस्ट से एक बेटे का अपने पिता के लिए गहरा दर्द साफ झलकता है. सीएम हेमंत सोरेन केवल मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि एक बेटे की भूमिका में टूटे हुए नज़र आ रहे हैं. वहीं उनके शब्दों में शोक के साथ-साथ गर्व भी झलकता है.

इधर दिशोम गुरु शिबू सोरेन का तीन कर्म कार्यक्रम गुरुवार को पूर्ण विधि विधान के साथ संपन्न हुआ. वहीं अब 15 अगस्त को दशकर्म और 16 अगस्त को 11 वां होगा. दशकर्म में देश भर से लोगों के आने की उम्मीद लगाई जा रही है. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन तैयारी में जुटा है. घर के पास बड़े-बड़े पंडाल बनाए जा रहे हैं. गुरु जी के घर के पास तालाब की साफ-सफाई, पार्किंग और बैठने की व्यवस्था भी की जा रही है.