रांची(RANCHI): कांके थाना क्षेत्र में हुए पेट्रोल कांड का रांची पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस मामले में लड़की के प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पूरा मामला एक षडयंत्र का हिस्सा था. प्रेमी ही लड़की पर पेट्रोल फेकवा कर किसी दूसरे को फ़साना चाह रहा था. इस पूरे खेल की पटकथा कई दिन पहले लिखी गई थी. बाद में इसे अंजाम तक पहुँचाया गया.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची ने पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया. साथ ही पीड़िता के समुचित इलाज की व्यवस्था भी तत्परता से की गई. डॉक्टरी जांच में खुलासा हुआ कि पीड़िता की आंखों में पेट्रोल जैसा ज्वलनशील पदार्थ डाला गया था.
पीड़िता के बयान के अनुसार, उसे और उसके प्रेमी गणेश सिंह को एक फर्जी इंस्टाग्राम आईडी से धमकियां मिल रही थीं. यह आईडी खुद को अमन श्रीवास्तव गिरोह से जुड़ा बता रही थी. इसके अलावा, टेलीग्राम पर भी धमकियां दी गईं. जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि धमकी भरे मैसेज गणेश सिंह ने ही फर्जी आईडी से खुद बनाए थे, वो भी एक होटल में रुकने के दौरान अपनी प्रेमिका सोनाली राय के मोबाइल और ईमेल आईडी का इस्तेमाल करके. इन फर्जी संदेशों का उद्देश्य था अपने प्रतिद्वंद्वी अमन चंद्रा को झूठे मुकदमों में फंसाना और खुद को निर्दोष साबित करना.
जांच में पता चला कि गणेश सिंह और उसका साथी भैरव सिंह (जो पहले से न्यायिक हिरासत में है) ने मिलकर यह योजना रची थी. भैरव ने एक अज्ञात युवक को भेजा, जिसने सोनाली के चेहरे पर हानिकारक तरल पदार्थ फेंका. इसके बाद पहले से तय अस्पताल में तुरंत इलाज करवाया गया, ताकि पूरे घटनाक्रम को "सच्चा" साबित किया जा सके. SIT की जांच में सच्चाई उजागर होने पर गणेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से दो एंड्रॉइड फोन भी जब्त किए गए. पूछताछ में गणेश ने सारी योजना कबूल की — धमकी भरे मैसेज, फर्जी आईडी, और हमला — सब कुछ एक नाटक था, जिसे उसने अपने दुश्मनों को फंसाने के लिए रचा था.
जानकारी देते हुए रांची ssp ने बताया कि यह पूरा मामला स्मार्ट बाजार की पार्किंग के टेंडर को लेकर शुरू हुई गुटबाजी और रंजिश से जुड़ा था, जिसके बाद चुटिया थाना कांड संख्या-125/25 में अमन चंद्रा द्वारा गणेश सिंह पर मारपीट व हत्या के प्रयास का केस दर्ज कराया गया था.
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