धनबाद(DHANBAD): विधायक गुरदास चटर्जी ने कोयलांचल के माफिया से लोहा लिया था. दलित, आदिवासियों की रक्षा, जल- जंगल जमीन की सुरक्षा के लिए माफिया तत्वों को ललकार दी थी. यही वजह रही कि उनकी हत्या कर दी गई. उनकी हत्या के बाद भी कोयलांचल में लाल झंडा कमजोर नहीं हुआ. बल्कि दावानल की तरह धधक उठा. जनता गोलबंद हुई और उनकी शहादत के बाद हजारों गुरदास चटर्जी पैदा हो गए है. जो हक और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है. यह कहना था आरा (बिहार) के माले सांसद सुदामा प्रसाद का. वह सोमवार को गुरुदास चटर्जी के शहादत स्थल पर श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि विधायक अरूप चटर्जी एवं सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो गुरुदास चटर्जी के सपनों को साकार करेंगे.
माले के विधायकों ने भी दिखलाई अपनी ताकत
मासस के तत्कालीन विधायक एवं निरसा के माले विधायक अरुप चटर्जी के पिता गुरुदास चटर्जी का 25वां शहादत दिवस सोमवार को जीटी रोड देवली, गोविंदपुर स्थित शहीद स्थल पर मनाया गया. जिसमें धनबाद जिले समेत अन्य क्षेत्रों से आए माले कार्यकर्ताओं एवं हजारों लोगों ने गुरुदास चटर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की. शहादत दिवस पर आयोजित सभा की अध्यक्षता पूर्व विधायक आनंद महतो एवं संचालन कार्तिक प्रसाद ने किया. इस श्रद्धांजलि सभा में भारी भीड़ जुटी. एक तरह से कहा जा सकता है कि निरसा और सिंदरी से जीते माले विधायकों ने अपनी ताकत का अहसास कराया. इस सभा में केंद्र सरकार भी निशाने पर रही. निरसा विधायक अरुप चटर्जी ने कहा कि माफिया तत्वों को गलतफहमी थी कि हत्या के बाद लाल झंडा का अंत हो जाएगा, परंतु लाल झंडा और मजबूत हुआ है. इससे माफिया तत्वों के हौसले पस्त हुए है.
केंद्र सरकार की मनमानी के खिलाफ भी आवाज़ होगी बुलंद
आगे कहा कि केंद्र सरकार की मनमानी के खिलाफ लाल झंडा आवाज बुलंद करता रहेगा. सिंदरी विधायक चंद्रदेव महतो ने कहा कि गुरुदास चटर्जी की शहादत बेकार नहीं जाएगी और पूरे कोयलांचल में माले जनता की आवाज बनकर उभरेगी. बगोदर के पूर्व विधायक विनोद सिंह ने कहा कि गुरुदास चटर्जी दलितों, मजदूरों और शोषितों की आवाज थे. उनकी हत्या कर आवाज दबाने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि भाजपा मजदूरों के अधिकारों और हक को समाप्त करने पर तुली हुई है, जिसका जोरदार विरोध होगा. राजधनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि केंद्र सरकार देश से रोजगार समाप्त कर रही है. बेरोजगार दर-दर भटक रहे है. सिंदरी के पूर्व विधायक आनंद महतो ने कहा कि माफिया एवं सामंती तत्वों की मनमानी, तानाशाही एवं शोषण नीति पर गुरुदास चटर्जी ने जब प्रहार किया, तब उनकी हत्या कर दी गई. पर उनके मंसूबे सफल नहीं हुए.
इन लोगों ने भी किया सभा को सम्बोधित
सभा को सम्बोधित करने वालो में माले नेता हलधर महतो, आगम राम, नागेंद्र कुमार, बादल बाउरी, नीरज कुमार, संदीप जायसवाल, नागेंद्र कुशवाहा, बिंदा पासवान , सुभाष चटर्जी, नकुलदेव सिंह, विमल रवानी, सुरेश प्रसाद, राजीव मुखर्जी, हरेंद्र सिंह, मनोरंजन मल्लिक, कृष्णा सिंह, सबुर गोराईं, डोरा मंडल, सम्राट चौधरी, आनंदिता चटर्जी, संजीव राणा, कार्यक्रम संयोजक कृष्णा महतो, बबलू मंडल, अख्तर हुसैन, लालमोहन महतो, सुधीर महतो, सारथी मंडल, फटीक मंडल, युवा नेता जयजीत मुखर्जी, सफीक अंसारी, महेश महतो, गुरुचरण महली, जगेश्वर महतो, श्रीराम विश्वकर्मा, परेश कुंभकार, गोपाल महतो, अशोक रविदास, हीरालाल विश्वकर्मा, सीताराम कुंभकार, आरिफ अंसारी, जमशेद अंसारी, अभिजीत सिंह, मुकेश रविदास, अजय महतो, मनीष गोस्वामी, सुजीत गोप, शोभा देवी, अंजू चटर्जी, शिवानी दास, ज्योति दास, सखी दास शामिल थे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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