दुमका ( DUMKA) - दुमका पेट्रोल कांड के लगभग 12 दिन बाद आज स्थानीय झामुमो विधायक बसंत सोरेन पीड़िता के घर पहुंचे, जहां बंद कमरे में पीडि़त परिवार के साथ बात-चीत की. परिवार से मिलने के बाद विधायक ने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया. घटना के बाद पहली बार सत्ता दल की ओर से कोई जनप्रतिनिधि पीड़ित परिवार से मिला.
क्या है मामला
नगर थाना क्षेत्र के जरुआडीह में एक हृदय विदारक घटना घटी. एक सिरफिरे ने सोई हुई अवस्था में नाबालिग किशोरी के ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी, जिसकी मौत 27 अगस्त की देर रात इलाज के दौरान रिम्स में हो गई. 28 अगस्त को उसका शव वापस दुमका पहुंचा तो मृतका के परिवार से मिलने वालों का तांता लग गया. दुमका से दिल्ली तक के लोग पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना दिया. लेकिन इस बीच स्थानीय विधायक बसंत सोरेन नदारद रहे और ना ही सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर कोई मंत्री विधायक या सांसद पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. घटना के इतने दिनों बाद आज स्थानीय विधायक बसंत सोरेन पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. बंद कमरे में पीड़ित परिवार को सांत्वना दिया. बाहर निकलने पर मीडिया के सवालों का जवाब दिए बगैर हुए आगे बढ़ गए. बहुत पूछने के बाद उन्होंने कहा कि अभी रानेश्वर जाना है. रानेश्वर से लौटकर जब आएंगे तब आवास पर मीडिया से बात करेंगे.
घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं विधायक : भाजपा
इस बीच बसंत सोरेन के मृतका के घर जाने को लेकर पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. पूर्व मंत्री ने कहा कि विधायक बसंत सोरेन घड़ियाली आंसू बहाने के लिए पीड़िता के घर जा रहे हैं, लेकिन अब क्या होगा, जिन्हें जो मदद करना था, वे लोग अपने-अपने स्तर से पीड़ित परिवार की मदद कर रहे हैं. इन लोगों के मन में महिलाओं के प्रति क्या सोच है यह सब खुद ही उजागर हो गया.
रिपोर्ट - पंचम झा, दुमका.
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