टीएनपी डेस्क(TNP DESK): देश के गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को सरकार द्वारा हर महीने मुफ्त अनाज दिया जाता है, जिसके लिए राशन कार्ड बनाए गए हैं. इसी राशन कार्ड को लेकर झारखंड सरकार द्वारा एक बड़ी कार्रवाई की गई है. पूर्वी सिंहभूम जिले में 50 हजार लोगों के नाम राशन कार्ड से हटा दिए गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि वैसे राशन कार्ड धारकों के नाम हटा दिए गए हैं जिन्होंने पिछले 6 महीने या उससे अधिक समय से अपने कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया है. साथ ही 18 वर्ष से कम या 100 वर्ष से अधिक आयु के 2,274 एकल सदस्य कार्ड धारकों के नाम भी सूची से हटा दिए हैं. वहीं जिले में 13,332 अन्य कार्ड धारकों का सत्यापन किया जा रहा है.

ऐसे लाभार्थियों के रद्द किए गए राशन कार्ड

आपको बता दें कि रद्द किए गए कार्डों में 100 वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थी, 18 वर्ष से कम आयु के लाभार्थी, मृत कार्डधारक शामिल हैं. सभी के राशन कार्ड रद्द कर दिए गए हैं. 6 महीने से राशन नहीं लेने वाले लाभार्थियों के साथ-साथ दोहरा लाभ ले रहे लाभार्थियों के राशन कार्ड भी रद्द कर दिए गए हैं. सरकार ने कहा है कि ज़्यादातर कार्ड ऐसे लोगों के पाए गए हैं जिन लाभार्थियों की मृत्यु हो चुकी है. फिर भी लोग उनके नाम पर राशन उठा रहे हैं. ऐसे मृत लोगों के राशन कार्ड रद्द किए गए हैं.

पढ़ें इस कार्रवाई का मंईयां योजना पर क्या असर पड़ेगा

बता दें कि मंईयां सम्मान योजना के तहत झारखंड सरकार 18 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देती है. सरकार ने इसे सीधे राशन कार्ड से जोड़ दिया है. यानी, मंईयां सम्मान योजना का लाभ केवल राशन कार्डधारक ही उठा सकते हैं. ऐसे में, 50 हजार ज़्यादा राशन कार्ड रद्द होने के बाद, अब मंईयां सम्मान योजना के असली लाभार्थियों को इसका लाभ मिल सकेगा.