जहानाबाद(JAHANABAD):जहानाबाद में लगातार हो रही बारिश के कारण फल्गु नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरनाक स्तर तक पहुँच गया है. दो दिन मे हुई तेज बारिश से अचानक आई बाढ़ ने कई गांवों में तबाही मचा दी.नदी के तेज बहाव से तटबंध टूट गया, जिसके चलते दर्जन भर से अधिक गांव जलमग्न हो गए. प्रभावित इलाकों में भारथू, नंदना, तुलसीपुर, मेटरा, बेलदरिया सहित कई अन्य गांव शामिल है.

तटबंध पहले भी टूटा था, लेकिन प्रशासन ने उसकी सही मरम्मत नहीं कराई

ग्रामीणों का आरोप है कि इस हिस्से का तटबंध पहले भी टूटा था, लेकिन प्रशासन ने उसकी सही मरम्मत नहीं कराई.नंदना गाँव के किसान अरविंद शर्मा ने बताया कि तटबंध टूटने के कारण लगभग दो दर्जन गांवों में पानी घुस गया है और धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. उनका कहना है अब हम दाने-दाने के लिए भी मोहताज हो गए है.

विधायक ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार

बाढ़ की सूचना मिलने पर घोसी विधायक रामबली सिंह यादव प्रभावित क्षेत्रों का जायज़ा लेने पहुँचे. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि घोसी और मोदनगंज प्रखंड में हुई भारी तबाही के लिए भाजपा-जदयू की सरकार जिम्मेदार है. विधायक ने कहा, “फल्गु नदी में आयी बाढ़ प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि सरकार की लापरवाही से उत्पन्न की गई विपत्ति है. जहां नदी में बालू नहीं था, वहां गाद और मिट्टी भर गया है, और जहां बालू था वहां 20-25 फीट गहराई बन गई है. इसी असमानता की वजह से तटबंधों पर दबाव बढ़ रहा है.

सिर्फ खानापूर्ति के तौर पर कुछ जगहों पर बालू से भरे बोरे डाल दिए गए

उन्होंने आगे कहा कि बीते दिनों भी इस विषय पर जिला प्रशासन से बात की गई थी, लेकिन किसानों, मछुआरों और मजदूरों के हुए नुकसान की भरपाई नहीं की गई. साथ ही न तो तटबंधों और न ही सड़कों की मजबूतीकरण का काम किया गया. सिर्फ खानापूर्ति के तौर पर कुछ जगहों पर बालू से भरे बोरे डाल दिए गए.विधायक ने यह भी जोड़ा कि खिरौटी और शाहपुर पंचायत को जाने वाली सड़क फिलहाल अस्थायी तौर पर ही मरम्मत की गई है.

ग्रामीणों की हालत दयनीय

ग्रामीण इलाकों में अब तक राहत कार्य शुरू नहीं हो पाया है. कई परिवार घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे है.खेतों में खड़ी धान की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है, जिससे किसानों के सामने आजीविका का संकट गहरा गया है. स्थानीय लोग प्रशासन से तत्काल राहत और मुआवज़े की मांग कर रहे है.