रांची(RANCHI): झारखंड में सियासी हलचल तेज है. हर दिन यहां की राजनीति में पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. झारखंड की राजनीति में कुछ भी हो सकता है जो मौजूदा घटनाक्रम बता रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लीज मामले में चुनाव आयोग का फैसला आने में अभी देर है. लेकिन फैसला से पहले इसकी तपिश राजनीतिक गलियारों में स्पष्ट महसूस की जा रही है. मंगलवार को झामुमो केन्द्रीय कार्यालय में पार्टी महासचिव सुप्रियो भटचार्य ने चुनाव आयोग पर ही मीडिया से बात करते सवाल उठा दिया है.
प्रेस वार्ता में सुप्रियो भटचार्य ने कहा कि चुनाव आयोग को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमन्त्री के कार्यालय से एक पत्र राज्यपाल को भेजा गया था. राज्यपाल ने वह पत्र चुनाव आयोग को भेजा था. चुनाव आयोग ने उस पत्र के बाद मुख्यमंत्री से एक स्पष्टीकरण मांगा था. जिसका मुख्यमंत्री ने जवाब लिख कर चुनाव आयोग को भेजा था. उन्होंने कहा कि वह पत्र चुनाव आयोग से बहार कैसे आ गए. उन्होंने कहा कि वह पत्र सांसद तक कैसे पहुंच जा रहा है. उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं पर भाजपा का पूरी तरह कब्जा है यह साबित करता है.
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह राजभवन जाकर यूपीए नेताओं ने एक पत्र देकर मुख्यमंत्री के फैसलों को सार्वजनिक करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि पत्र के बारे में राज्यपाल ने कहा था कि दो दिन में वह पत्र को जारी कर देंगे. लेकिन पांच दिन बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि क्या गोड्डा संसाद से पूछकर चुनाव आयोग काम कर रहा है. आखिर इस फैसले में देरी क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि अब यह सारी चीजे एक सोची समझी साजिश के लिए की गई है.
Recent Comments