टीएनपी डेस्क(TNP DESK): अगर आप भी काम और भाग दौड़ भरी जिंदगी से परेशान और बोर हो चुके हैं और कहीं घूमने का प्लान कर रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है. हम आपको झारखंड के कई ऐसे डेस्टिनेशन के बारे में बतायेंगे जहां आप ऑफ सीजन में भी वेकेशन एंजॉय कर सकते हैं. इन सारे डेस्टिनेशन में आप अपने परिवार, दोस्त और कपल्स के साथ भी जा सकते हैं. यहां का वेकेशन आपके बजट में भी होगा. इन जगहों पर घूमने के लिए ना सिर्फ झारखंड बल्कि पूरे देश-विदेश से लोग आते हैं. चलिए हम आपको झारखंड के कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताते है जहां आप आराम से एंजॉय कर सकते हैं.

नेतरहाट (Netarhat)

नेतरहाट झारखंड के लातेहार जिले में स्थित एक पर्यटन स्थल है. जिसे लोकप्रिय रूप से छोटानागपुर की रानी (Chotanagpur Ki Rani) के नाम से भी जाना जाता है. नेतरहाट एक बेहद आकर्षक जगह है जो भारी संख्या में पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है. नेतरहाट में लोग खासकर सूर्योदय और सूर्यास्त देखने के लिए आते है. लेकिन इसके अलावा भी नेतरहाट में कई जगह है जहां आप घूम सकते हैं. लोग इसके अलावा प्रकृति का सैर कर सकते हैं नेतरहाट स्कूल और नेतरहाट डैम का दौरा कर सकते हैं. इसके अलावा नासपाति (Pineapple) के बगान की सैर कर सकते हैं. चीड़ के जंगल की सैर कर सकते हैं, लोवर घाघरी और अपर घाघरी जैसे कई डेस्टिंनेशन हैं जहां आप समय बिता सकते हैं. यहां आप आराम से तीन दिन बिता सकते हैं.

मैकलुकसीगंज (McLuckseeganj)

हरे-भरे जंगलों और बुलंद पहाड़ियों के बीच बसा मैकलुस्कीगंज शहर औपनिवेशिक सुख का साक्षी है. कभी जो एंग्लो-इंडियन आबादी के घर हुआ करते थे, आज एक धब्बेदार आकार में फैले हुए हैं. यह शहर समृद्ध इतिहास से भरपूर है. भारत के लिटिल इंग्लैंड के रूप में प्रसिद्ध इस शहर में ऊंची छत, बड़ी बालकनियों और एक पोर्टिको के साथ सुंदर यूरोपीय शैली के बंगले हैं. पर्यटक इन बंगलों में ठहरने की बुकिंग कर सकते हैं और सही मायने में अंग्रेजी शैली के जीवन शैली का अनुभव कर सकते हैं. पर्यटक शहर के चारों ओर बिखरे हुए विचित्र चर्चों में भी जा सकते हैं. पास के दुली गांव में कुछ प्रमुख स्थल हैं, जहां पर्यटक अपनी आस्था को समर्पित कर सकते हैं. हालांकि अधिकांश परिवार द्वितीय विश्व युद्ध के बाद देश छोड़ गए, लेकिन कुछ एंग्लो-इंडियन अभी भी शहर को अपना घर मानते हैं. मैकलुस्कीगंज राँची शहर से लगभग 60 किमी की दूरी पर है. इसे ‘मिनी लंदन’ (Mini London) के नाम से भी जाना जाता है.

चांडिल डैम (Chandil Dam)

सरायकेला-खरसावां का चांडिल डैम भी पर्यटन के लिए काफी मशहूर है. इस क्षेत्र में ईको टूरिज्म को डेवलप किया जा रहा है. यहां रिसोर्ट के साथ-साथ स्वर्णरेखा नदी का भी दृश्य काफी मनमोहक है. यहां का मौसम लोगों को काफी भाता है. लोग यहां बोटिंग का आनंद लेते हैं. और इसे पिटनिक स्पॉट के तौर पर भी काफी एंजॉय किया जाता है.  

 

पारसनाथ धाम (Paras Nath Dham)

गिरिडीह जिले में 23 वें तीर्थंकर के नाम पर पहाड़ी का नाम पारसनाथ रखा गया है. यहां 20 जैन तीर्थंकरों ने इस पहाड़ी पर मोक्ष प्राप्त किया था. उनमें से प्रत्येक के लिए पहाड़ी पर एक मंदिर (गुमटी या तुक) है. पहाड़ी पर कुछ मंदिर 2,000 साल से अधिक पुराने माना जाता है. यहां का मौसम और हवा आपको शुद्धता का प्रतीक देता है. मंदिर पहाड़ों में खड़ा है. यहां लोग अपने परिवार और दोस्त के साथ आते हैं. पूजा करते हैं और साफ हवा में शांति के वातावरण में चैन की सांस लेते हैं.

इन सभी के अलावा झारखंड में कई और जगह हैं, जहां आप वेकेशन एंजॉय कर सकते हैं. जमशेदपुर, रांची में कई ऐसी धरोहर है जहां आप परिवार, दोस्त के साथ समय बिता सकते हैं.