सिमडेगा (Simdega)-भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलिंपिक में अपने शानदार प्रदर्शन से पूरे देश का दिल जीत लिया. भले ही ब्रिटेन के खिलाफ ब्रॉन्ज मेडल का मैच खेलते हुए बेटियां हार गई हों, पर उनका प्रदर्शन जबरदस्त रहा. हालांकि महिला हॉकी टीम ने इस पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया. भारत के बेटियों ने पूरे हौसले और जोश के साथ मैचों का मुकाबला किया और सेमीफइनल में अपनी जगह बनायीं. ये पहला मौका था जब टीम ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी. देश को इन खिलाड़ियों पर गर्व हैं. साथ ही आने वाले दिनों में अगर इसी जूनून के साथ बेटियां मेहनत करें तो निश्चित ही बेहतर प्रदर्शन करके ओलंपिक में पोडियम फिनिश करने में सफल रहेंगी. झारखंड के लिए ये गौरव की बात हैं कि टोक्यो ओलिंपिक में खेलने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम में झारखंड की दो बेटियां भी शामिल रही. झारखंड वासियों को नाज़ हैं उनकी इन बेटियों पर. ऐसे में सिमडेगा की सलीमा टेटे की कोच प्रतिमा बारवा भी सलीमा के बेहतर प्रदर्शन से गौरवान्वित हैं.     
सेमीफाइनल और क्वार्टर फाइनल में खेल कर रचा है इतिहास
भारतीय महिला हॉकी टीम की हार पर सलीमा टेटे की कोच रही प्रतिमा बारवा(सिमडेगा) ने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलिंपिक में अच्छे खेल का प्रदर्शन किया. इस वर्ष इस फॉर्मेट तक भारतीय टीम पहुंच कर सभी टीमों के साथ अच्छा खेली. पहले भारतीय महिला टीम कभी भी ओलम्पिक के सेमीफाइनल और क्वार्टर फाइनल में नहीं खेली थी, ऐसे में इस बार वहां तक पहुंच कर पूरे जोश के साथ खेली और खेल के दौरान अपना बेस्ट दिया. आने वाले समय में भारतीय महिला टीम जरूर मेडल लेगी. ब्रिटेन से हार के बाद भी बेटियों ने इतिहास रचा है. 

ब्रिटेन से हार के बाद भी भारत की बेटियों ने इतिहास रचा है, आने वाले समय में भारतीय महिला टीम जरूर मेडल ले कर आएंगी