पटना(PATNA): बाहुबली नेता छोटे सरकार अनंत सिंह को निचली अदालत से झटका लगा है. कोर्ट ने जमानत याचिका को रद्द कर दिया. जिसके बाद अब ऊपरी अदालत में इस फैसले को चुनौती देने की तैयारी है. अनंत सिंह की जमानत याचिका खारिज होने से उनके समर्थकों में मायूसी है. अनंत सिंह पिछले 31 अक्टूबर से जेल में बंद है.

बता दे कि चुनाव प्रचार के दौरान मोकामा टाल इलाके में अनंत सिंह और जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव का काफिला आमने सामने हुआ था. इस बीच ही दोनों के समर्थकों के बीच नोंक झोंक हुई और बात बवाल तक बढ़ गई. जिसमें दोनों गुट’ की ओर से जमकर पत्थरबाजी भी हुई. कहा गया की गोली भी चलाई गई है.

इस घटना में दुलारचंद यादव की मौत हो गई. जिसके बाद पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया. पुलिस के पास केस दर्ज कराया गया. जिसमें अनंत सिंह समेत कई लोगों को आरोपी बनाया गया. जिसके बाद 31 अक्टूबर को पटना एसएसपी के नेतृत्व में टीम ने अनंत सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद से ही वह जेल में बंद है.

जेल से ही अनंत सिंह ने चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की है. अनंत सिंह की गिरफ़्तारी के बाद चर्चा शुरू थी की आखिर अब चुनाव में क्या होगा. क्या इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है. लेकिन अनंत सिंह के एक पोस्ट ने माहौल बदल दिया. जेल जाने से पहले उन्होंने लिखा की अब मोकामा की जनता चुनाव लड़ेगी. और जब परिणाम सामने आया तो वह भी चौकाने वाला दिखा.

मोकामा में दो बाहुबली की लड़ाई से पूरा इलाका डर और दहशत में था. इस सीट पर राजद से बाहुबली सुरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी मैदान में थी. वहीं JDU से छोटे सरकार चुनाव लड़ रहे थे. दोनों के बीच टक्कर दिखी. लेकिन दुलारचंद की हत्या के बाद भूमिहार वोट एक तरफ हुआ और बाकी जाती के लोगों ने भी अनंत सिंह के पक्ष में वोट कर विधानसभा भेज दिया.