रांची (RANCHI): शराब घोटाला मामले में जारी जांच के तहत जमशेदपुर के डीसी कर्ण सत्यार्थी गुरुवार को निर्धारित पूछताछ में शामिल नहीं हुए. उन्होंने ACB को जानकारी दी कि वह तीन दिनों की छुट्टी पर हैं, इसलिए उपस्थित नहीं हो पाएंगे.

एसीबी ने उन्हें मंगलवार को नोटिस जारी करते हुए गुरुवार को पूछताछ के लिए बुलाया था. अब एजेंसी ने नई तिथि तय करते हुए सोमवार, 24 फरवरी को दोबारा उपस्थित होने का निर्देश दिया है.

कर्ण सत्यार्थी उस समय उत्पाद आयुक्त थे, जब राज्य में शराब घोटाला हुआ था. इसी कारण ACB इस मामले में उनसे पूछताछ करना चाहती है. इससे पहले एजेंसी IAS मुकेश कुमार, मनोज कुमार और रामगढ़ के डीसी फैज अक अहमद से भी पूछताछ कर चुकी है.

क्या है मामला?

झारखंड शराब घोटाले में ACB ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के तत्कालीन सचिव विनय चौबे सहित 13 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है. इस केस में पहली गिरफ्तारी IAS विनय चौबे की हुई थी. एसीबी की FIR में कहा गया है कि दो प्लेसमेंट एजेंसियों द्वारा दी गई फर्जी बैंक गारंटी की अधिकारियों ने जांच नहीं की. इसी लापरवाही के कारण 38.44 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ.

बैंक प्रबंधक ने ACB को बताया कि गारंटी न तो बैंक द्वारा जारी की गई थी और न ही उस पर मौजूद लेटरहेड और हस्ताक्षर बैंक से मेल खाते हैं. इसके बावजूद इन एजेंसियों पर समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की गई. एसीबी अब मामले की तह तक जाने के लिए अधिकारियों से लगातार पूछताछ कर रही है.