पटना: बिहार की राजनीति आज गुरुवार को एक ऐतिहासिक पल का साक्षी बनेगा , जब आज नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. पटना के गांधी मैदान में  आज सुबह 11:30 बजे होने वाला यह भव्य समारोह केंद्र सरकार और 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति के कारण और भी खास होने वाला है.

दो विशाल मंच, उच्च स्तरीय सुरक्षा और विशेष मेहमान

शपथ ग्रहण समारोह के लिए आज गांधी मैदान में दो अलग-अलग मंच बनाए गए हैं. समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी तय मानी जा रही है.

एनडीए की मजबूती और एकता को प्रदर्शित करते हुए 11 राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे. इनमें शामिल हैं:
    •    योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश)
    •    मोहन यादव (मध्यप्रदेश)
    •    मोहन चरण मांझी (उड़ीसा)
    •    भजनलाल शर्मा (राजस्थान)
    •    प्रमोद सावंत (गोवा)
    •    देवेन्द्र फडणवीस (महाराष्ट्र)
    •    रेखा गुप्ता (दिल्ली)
    •    हेमंत बिस्व शर्मा (असम)
    •    पुष्कर सिंह धामी (उत्तराखण्ड)
    •    चंद्रबाबू नायडू (आंध्र प्रदेश)
    •    माणिक साहा (त्रिपुरा)

कुल 150 विशिष्ट अतिथियों को कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है.

सांस्कृतिक झलक: मंच पर होगा बिहार का रंग

शपथ ग्रहण समारोह को यादगार बनाने के लिए बिहार की सांस्कृतिक छटा भी बिखेरी जाएगी.
समारोह में सांसद मनोज तिवारी और अलीनगर की नई विधायक मैथिली ठाकुर विशेष प्रस्तुति देंगी. दोनों कलाकारों के कार्यक्रम का समय लगभग दो घंटे निर्धारित है.

इसके अलावा पारंपरिक लोकनृत्य —
जट-जटिन, झिझिया, सामा-चकेवा — सहित कई लोक कलाकार अपने प्रस्तुति देंगे, जिनमें बिहार की समृद्ध संस्कृति का दर्शन होगा.

राजनीतिक हलचल: NDA के दो महत्वपूर्ण निर्णय

शपथ ग्रहण से पहले बिहार विधानमंडल के सेंट्रल हॉल में नीतीश कुमार को NDA विधायक दल का नेता चुना गया. इसी क्रम में बीते कल  11 बजे बीजेपी कार्यालय में हुई बैठक में सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता चुना गया है.

ऐतिहासिक बनने को तैयार आज का गुरुवार

बिहार की राजनीति के सबसे अनुभवी नेताओं में से एक नीतीश कुमार की 10वीं ताजपोशी न केवल राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, बल्कि यह एनडीए की नई संरचना और बड़े राजनीतिक संदेशों का संकेत भी माना जा रहा है.

गांधी मैदान में आज होने वाला यह कार्यक्रम भव्यता, राजनीतिक उपस्थिति और सांस्कृतिक रंगों के कारण एक ऐतिहासिक अवसर बनने जा रहा है.