टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसने रिश्तों की मर्यादा को झकझोर दिया. यहां एक महिला ने अपने ही देवर को हनीट्रैप के जाल में फंसा लिया और फिर वीडियो बनाकर 10 लाख रुपये की फिरौती की मांग करने लगी.

जानकारी के अनुसार, मुरैना जिले के पिपर सेवा निवासी रविंद्र को उसकी भाभी ओमवती ने फोन कर ग्वालियर बुलाया. उसने बताया कि वह अपनी सहेली रुक्मणी से उसकी मुलाकात करवाना चाहती है. भोलेपन में रविंद्र इसके लिए तैयार हो गया और तय दिन ग्वालियर पहुंच गया.

ओमवती ने अपनी सहेली को बुलाया और रविंद्र को गोवर्धन कॉलोनी के एक घर में भेज दिया. शुरुआत में सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन कुछ देर बाद भाभी ओमवती अपने तीन साथियों अंकित, कौशल और आदित्य के साथ वहां पहुंची. उन्होंने पहले से ही कमरे में गुप्त कैमरा लगाकर दोनों का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था.

इसके बाद आरोपियों ने रविंद्र को धमकाया कि अगर उसने 10 लाख रुपये नहीं दिए, तो उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा. जब उसने पैसे देने से इनकार किया, तो चारों ने उसकी पिटाई की और उसके पास से 8,000 रुपये लूट लिए.

किसी तरह पीड़ित वहां से भाग निकला और गोला का मंदिर थाने में पहुंचकर पुलिस को पूरी घटना बताई. शिकायत पर पुलिस ने ब्लैकमेलिंग, मारपीट और लूट का मामला दर्ज कर लिया है. सीएसपी रॉबिन जैन ने बताया कि यह एक सोची-समझी साजिश थी. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी ओमवती और उसके दो साथी अभी फरार हैं.

पुलिस को शक है कि यह गिरोह पहले भी इसी तरह के हनीट्रैप मामलों में शामिल रहा है. यह मामला समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है जहां भरोसे और रिश्तों की आड़ में लालच और साजिशें पनप रही हैं.