खूंटी (KHUNTI) : खूंटी जिले के रनिया थाना क्षेत्र के लोहागढ़ा गांव में लगे मेले के दौरान बड़ा हंगामा हो गया. इस दौरान आसामाजिक तत्वों ने शराब के नशे में धुत होकर बवाल किया. शराब के नशे में मेला परिसर के पीछे हो रहे हंगामा की सूचना मिलते ही रनिया थाना की पुलिस टीम वहां हंगामा शांत करने पहुंची थी. पुलिस की टीम कार्रवाई करती इससे पहले ही शराबियों के झुंड ने पुलिस की टीम पर ही हमला कर दिया. ईंट-पत्थर और लाठी डंडे से हमला किया गया. हमले में थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल गंभीर रूप से घायल हो गए.

सूत्रों के अनुसार, जतरा में कथित तौर पर एक अवैध शराब भट्ठी चल रही थी. दो गुटों के बीच झगड़े की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी सशस्त्र बलों के साथ पहुंचे थे. भीड़ भड़क गई और पुलिस टीम को घेर लिया और नारेबाजी करने लगी. वायरल वीडियो में लोग नारे लगाते सुने जा सकते हैं, "क्या यही पुलिस की मनमानी है? पुलिस को मारो, टुकड़े-टुकड़े कर दो." भीड़ ने तेज़ी से धक्का-मुक्की शुरू कर दी. इसी दौरान एक व्यक्ति ने थाना प्रभारी के सिर के पिछले हिस्से पर एक मोटे लकड़ी के डंडे से ज़ोरदार वार किया, जिससे वह वहीं गिर पड़े. इसके बाद हमलावरों ने उन पर बेरहमी से लात-घूंसों से हमला किया. इस घटना में थाना प्रभारी गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें रनिया अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनके सिर पर चौदह टांके लगे. प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें आगे के इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया.

घटना की सूचना मिलने पर तोरपा के एसडीपीओ और सर्किल इंस्पेक्टर पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू की. सीओ सह बीडीओ प्रशांत डांग ने इस मामले में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. उनकी शिकायत पर रनिया थाना कांड संख्या 33/25 के तहत दो नामजद और 40 से 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने हमले में इस्तेमाल की गई लकड़ी जब्त कर ली है. वायरल वीडियो और स्थानीय सूत्रों के आधार पर आरोपियों की पहचान कर रही है. उन्हें गिरफ्तार करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है.

झगड़े की शुरुआत और हमला

जानकारी के मुताबिक, दोपहर करीब 3:30 बजे मेले में दारू भट्टी के पास दो गुटों के बीच विवाद हो गया. सूचना मिलने पर थाना प्रभारी विकास जायसवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और झगड़ा शांत कराने का प्रयास करने लगे. इसी दौरान शराब पीने और बेचने में शामिल कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव और हमला कर दिया.

पुलिस बल को घेरकर मारपीट

शिकायत में कहा गया है कि करीब 40 से 50 लोगों की भीड़ थी, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं. सभी ने मिलकर थाना प्रभारी और सशस्त्र बल को घेर लिया. उन्होंने गाली-गलौज करते हुए मारपीट की, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई और मेले में अफरातफरी मच गई.

मेला समिति पर लापरवाही का आरोप

प्रशासन ने मेला आयोजकों पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है. शिकायत में कहा गया है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आयोजकों को स्वयंसेवक तैनात करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन मेला समिति के अध्यक्ष शिव अवतार सिंह और सचिव मनोज कांशी ने कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की, जिसके चलते यह घटना हुई. प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है.