बांका(BANKA): बांका शहर में फर्जी थाना मामले का खुलासा करते हुए बांका पुलिस ने मुख्य सरगना भोला यादव और उसकी सहयोगी अलका देवी को गिरफ्तार कर लिया है. सदर एसडीपीओ डीसी श्रीवास्तव और बांका थानाध्यक्ष की टीम ने दोनों की गिरफ्तारी के साथ ही बहुत सारे फर्जी दस्तावेज बरामद किया गया है. इस बाबत प्रेस को संबोधित करते हुए एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने बताया कि मूल रूप से ये सभी लोगों को सरकारी योजना का लाभ दिलाने का झांसा देकर लोगों का आर्थिक दोहन करने का समूह था. यही नहीं बांका के तथाकथित कार्यालय पर झांसे में आने वाले लोगों का विश्वास कायम करने के लिये पुलिस और चौकीदार की तैनाती करने की बात कही. सरकारी योजना का फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगों को इसका लाभ दिलाने के एवज में पैसे की वसूली के साथ ही फर्जीगिरी कर पैसा कमाने की बात कही है. अब तक इस मामले में गिरफ्तार सभी सात लोग बांका जिला के फुल्लीडुमर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं.
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पूरा मामला
बांका जिला में पिछले आठ माह से फर्जी थाना ही चल रहा था और किसी को पता तक नहीं था. इस तथाकथित थाना में जालसाजी के माध्यम से गरीब लोगों से पैसा ऐंठने का काम बदस्तूर चल रहा था. इस बाबत बांका थानाध्यक्ष एक गुप्त सूचना के आधार पर किसी अपराधी की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी कर थाना लौट रहे थे. इसी बीच बांका गेस्ट हाउस के सामने सड़क पर एक अनजान महिला और युवक को पुलिस ड्रेस में देखने के बाद शक के आधार पर पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हुआ था. गिरफ्तार लोगों में एक तथाकथित महिला दरोगा है जो बिहार पुलिस की फुल ड्रेस अप में है. वे एक अवैध पिस्टल के साथ पकड़ी गयी है. वहीं दूसरा आकाश कुमार है जो अपने को फर्जी थाना का चौकीदार बता रहा है.
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