दुमका (DUMKA): सोमवार को साहिबगंज के भोगनाडीह में हूल दिवस के मौके पर जमकर बबाल हुआ था. पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया और आंसू गैस के गोले दागे गए. इस घटना में शहीद सिदो कान्हु के वंशज मंडल मुर्मू सहित कई लोग घायल हुए. इस घटना को लेकर राजनीति गरमाई हुई है. घटना के विरोध में मंगलवार को भाजपा द्वारा शहर के टीन बाजार चौक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया. भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव कांत के नेतृत्व में पुतला दहन कार्यक्रम किया गया. अपने संबोधन में भाजपा जिलाध्यक्ष गौरवकांत ने कहा कि हूल दिवस केवल एक तिथि नहीं, बल्कि आदिवासी समाज के संघर्ष, स्वाभिमान और बलिदान का प्रतीक है. ऐसे ऐतिहासिक दिवस पर आदिवासी समुदाय के लोगों के ऊपर लाठी भांजकर और आंसू गैस छोड़कर हेमंत सरकार ने यह सिद्ध कर दिया कि वह आदिवासी हितैषी होने का केवल दिखावा करती है. हकीकत यही है कि सरकार उनकी आवाज दबाने में जुटी हुई है.
मौके पर प्रदेश कार्य समिति सदस्य रविकांत मिश्रा, निवास मंडल, डॉ० अंजुला मुर्मू, जिला महामंत्री पवन केसरी, धर्मेंद्र सिंह बिट्टू, विवेकानंद राय, गुंजन मरांडी, बबलू मंडल, सोनी हेंब्रम, नवल किस्कू, रूपेश मंडल, सुजीत यदुवंशी, दीप्तांशु, मनोज साह, मृणाल मिश्रा, ओम केसरी, दिनेश सिंह, अरविंद दुबे, रमेश मुर्मू, अजय गुप्ता, प्रभात चंद्र लायक सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे.
रिपोर्ट: पंचम झा
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