रांची(RANCHI): ईडी ने अवैध खनन में संलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई तेज कर दी है. पहले DMO और अब डीटीओ ईडी की रडार पर आ गये है. पलामू और साहेबगंज DTO को ईडी ने तलब किया है.

 अधिकारी ही पहुंचा रहे राजस्व का नुकसान   

कई जिलों के DMO के इशारे पर रसुकदार लोग अवैध खनन कर करोड़ों का राजस्व नुकसान करा रहे है. वहीं अवैध खनन के बाद ट्रांसपोर्टिंग कर आराम से झारखंड से बिहार और यूपी पत्थर और बालू की ढुलाई किया जा रहा है. अवैध खनन से रोजाना करोड़ों का मुनाफा माफिया कमा रहे है. वहीं इसमें जिला खनन पदाधिकारी से लेकर कई उच्च अधिकारियों तक हिस्सा भी पहुंचाया जाता था.

जब खनन सचिव पूजा सिंघल पर ईडी ने दबिश बनाई. तो पूछताछ में कई लोगों के नाम सामने आया. पूजा सिंघल के बाद और भी कई लोगों से पूछताछ किया गया. जिसमें परत दर परत कई नाम सामने आ रहे है.

जिला परिवहन अधिकारी की भूमिका

पलामू और साहेबगंज DTO को ईडी ने तलब  किया है. सूत्रों की माने तो पलामू में पत्थर और बालू की ढोलाई ट्रकों से की गई है.जिसमें डीटीओ का भी अहम योगदान रहा है.पलामू DTO पर कई बार पैसे लेकर वाहन छोड़ने का आरोप भी लगा है.
वहीं साहेबगंज में हर दिन सैकड़ों ट्रक नाव के जरिये नदी पार कर आसानी से दूसरे राज्य भेजे जाते है. जिसमें एक बार बड़ा हादसा भी हुआ था. साहेबगंज और पलामू DTO से पूछताछ में कई अन्य लोगों के नाम भी सामने आएंगे. ईडी की कार्रवाई से अवैध खनन करने वालों में हड़कंप मच गया है.