दुमका ( DUMKA ) जिला प्रशासन के मौखिक आदेश के बाद नगर परिषद के कर्मी सड़क पर घूम रहे पशुओं को पकड़ कर  गांधी मैदान में रखा जा रहा है. कड़कड़ाती धूप में खुले आसमान के नीचे पशुओं को रखने से पशुपालकों मेंआक्रोश देखा जा रहा है.
15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दुमका में झंडोत्तोलन के लिए राज्यपाल का आगमन 14 अगस्त को हुआ था. राज्यपाल के दो दिवसीय दौरा को देखते हुए दुमका डीसी ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को एक मौखिक आदेश दिया कि सड़कों पर घूमने वाले पशुओं को पकड़कर गांधी मैदान में रखा जाए और पशुमालिक से प्रति पशु ₹250 जुर्माना लेकर छोड़ा जाए. जिला प्रशासन का आदेश मिलते ही नगर परिषद के कर्मी अभियान चलाकर सड़कों पर घूमने वाले पशुओं को पकड़ कर गांधी मैदान में रख रहे हैं और अब तक लगभग ₹8000 जुर्माना वसूल किया जा चुका है. दर्जनों पशु अभी भी गांधी मैदान में आराम फरमा रहे हैं. गांधी मैदान जो अब तक राजनीतिक रैलियों, विभिन्न प्रकार के खेल के आयोजन और कोरोना संकट के दौर में सब्जी बाजार के रूप में तब्दील हुआ .आज अचानक पशुओं का आरामगाह बन गया. जिला प्रशासन के इस मौखिक आदेश की मंशा क्या है यह तो नहीं कहा जा सकता लेकिन इस आदेश पर आम लोगों की प्रतिक्रियाएं भी मिलने लगी है. पशुपालकों का कहना है कि कड़कड़ाती धूप में खुले आसमान के नीचे पशुओं को रखना कहीं से भी उचित नहीं है. अगर शासन द्वारा पशु को पकड़ा जाता है तो उसके रखने की व्यवस्था गौशाला में होनी चाहिए और जिले में गौशाला भी है.