धनबाद (Dhanbad) नगर निगम फिर से एक बार चर्चा में है. 200 करोड़ के सड़क प्राक्कलन घोटाले की जाँच कर रही निगरानी की टीम अब पूर्व मेयर से पूछताछ कर सकती है.अभी जब्त दस्तावेजों की जाँच के बाद प्रश्नोत्तरी बनाने का काम चल रहा है .दो तीन दिन पहले भी कुछ संचिकाएं जब्त कर जाँच टीम अपने साथ ले गई है .
14 सड़कों की डीपीआर बनाने में की गई है गड़बड़ी
प्रश्नोत्तरी तैयार हो जाने के बाद पूर्व मेयर सहित कम से कम तीन पहले के नगर आयुक्त पूछ ताछ के दायरे में आ सकते है.इनमे मनोज कुमार,राजीव रंजन और चंद्रमोहन कश्यप शामिल है कुल 14 सड़कों की डीपीआर बनाने में गड़बड़ी की गई है. यह सब कुछ पूर्व मेयर व तीन पूर्व नगर आयुक्तों की मिलीभगत से हुआ है. 14 वें वित्त आयोग योजना से बनी कुल 40 में से 27 का प्राक्कलन निगम के अभियंताओ ने बनाया लेकिन गड़बड़ी करने के लिए 13 का डीपीआर मास एंड वॉयस कंपनी से बनवाया गया था.
पूर्व निवर्तमान मेयर शेखर अग्रवाल एसीबी जांच में घिरते जा रहे हैं
झारखण्ड में वर्तमान सरकार बनने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने इसकी निगरानी जाँच का आदेश दिया था.नगर विकास विभाग की टीम ने भी निगरानी जाँच आदेश होने के पहले आकर पड़ताल की थी .उसी टीम की जाँच रिपोर्ट के बाद निगरानी जाँच का आदेश हुआ. नगर निगम चुनाव से पूर्व निवर्तमान मेयर शेखर अग्रवाल एसीबी जांच में घिरते जा रहें है. हालांकि पूर्व मेयर शेखर अग्रवाल मीडिया को पहले ही बयान दे कर साफ़ कर चूंके है.एसीबी जांच से उन्हें कोई परेशानी नहीं है. हर जांच को तैयार है. टीम जब पूछताछ करने आएगी उसे पूरा सहयोग करेंगें.
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