धनबाद(DHANBAD) : झारखंड की सत्ता में 28 आदिवासी सीटों की बड़ी भूमिका होती आई है. इस बार भी होगी. आज पहले चरण के मतदान में 21 आदिवासी सीटों पर चुनाव हो रहा है. कोल्हान की सभी 14 सीटों पर चुनाव हो रहा है. ऐसे में प्रथम चरण का यह चुनाव सभी दलों की परीक्षा तो लेगा ही, साथ ही साथ झारखंड में सत्ता का रास्ता भी खोल देगा. पहले चरण में भाजपा सबसे अधिक 36 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं आजसू चार सीटों पर तो जदयू दो सीटों पर और लोजपा एक सीट पर किस्मत आजमा रही है. अगर इंडिया गठबंधन की बात की जाए तो पहले चरण में झामुमो 23 सीटों पर, कांग्रेस 17 सीटों पर, राजद पांच सीट पर चुनाव में उतरा है. यह बात भी उतनी सच है कि कांग्रेस और राजद का प्रदर्शन ही इंडिया गठबंधन की किस्मत तय करेगा. 2019 में झामुमो ने 17 और कांग्रेस ने 8 सीटों के साथ अच्छा प्रदर्शन किया था. तब जाकर झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार बनी. 2024 के चुनाव में देखना है कि पहले चरण की 43 सीटों के लिए मतदाता किसी पर भरोसा जताते हैं.
पहले चरण की वोटिंग तो आज शुरू हो गई है, लेकिन इसके साथ ही नेता कोयलांचल और संथाल की ओर बढ़ गए हैं. यहां वोटिंग 20 नवंबर को होनी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज देवघर और गोड्डा में सभा होगी. मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह धनबाद और बाघमारा में थे. तो कल्पना सोरेन झरिया में सभा को संबोधित किया. अमित शाह ने गठबंधन सरकार को निशाने पर लिया. राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि एनडीए ही झारखंड का विकास कर सकता है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ऐसे ट्रांसफार्मर हैं, जो चल नहीं रहे हैं. जो ट्रांसफार्मर नहीं चलता, उसे उखाड़ कर फेंक दिया जाता है. कांग्रेस पर भी तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया. वहीं मंगलवार को कोयलांचल में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी थे. उन्होंने कहा कि झारखंड में बाहरी व्यापारियों की जमात मंडरा रही है. सावधान रहे .प्रदेश को लूटने के लिए यह लोग लगे हुए हैं. उन्हें तीर धनुष में वोट देकर भागने के लिए मजबूर करने की जरूरत है. उन्होंने दावा किया कि झारखंड में फिर से गठबंधन की सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता. हमारी सरकार ने महिलाओं को ₹1000 सम्मान के रूप में दिया है. फिर सरकार बनने के बाद सभी के खाते में अगले 5 वर्षों तक एक-एक लाख रुपया देंगे. उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि सिर्फ देश को बांटने का काम किया है. लोगों के बीच सिर्फ नफरत फैलाया है.
गुजरात, असम और कई राज्यों के मुख्यमंत्री को झारखंड में वोट मांगने के लिए भेज दिया है. हमारी जल, जंगल और जमीन लूटने वाले लोग भाजपा के ही हैं. जो भी हो लेकिन आज 43 सीटों पर हो रही वोटिंग लगभग यह तय कर देगी की सत्ता की चाबी किसके पास रहेगी. वैसे इस बार झारखंड में एक-एक सीट एनडीए के लिए भी महत्वपूर्ण होगी तो इंडिया ब्लॉक के लिए भी कम महत्वपूर्ण नहीं होगी. एनडीए 2024 के चुनाव में गठबंधन को हराने की कोशिश में है तो गठबंधन फिर से सत्ता में वापसी के लिए संघर्ष कर रहा है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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