धनबाद (DHANBAD) : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी के बेटे कृष अंसारी द्वारा कथित रूप से रिम्स का कथित निरीक्षण करने के विवाद के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने तो अपनी सफाई दे दी है, लेकिन अब कांग्रेस पार्टी भी उनकी पीठ पर खड़ी हो गई है. हालांकि निरीक्षण के उठे विवाद के बाद स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने सफाई दी थी कि कृष उनका बेटा है. वह पूर्व सांसद फुरकान अंसारी का पोता है. नेकी उसके खून में है. उनका बेटा छुट्टी पर आया है. वह दिल्ली में रहता है. उसके स्कूल के प्रिंसिपल के परिवार के सदस्य की तबीयत खराब थी.  

स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी के बेटे को ले क्या कहा 

वह उनको देखने के लिए रिम्स गया था. जहां उनका समुचित इलाज हुआ. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि उनके बेटे ने किसी को डांटा नहीं, वह किसी प्रबंधन की कुर्सी पर नहीं बैठा. उन्होंने कहा था कि उनका बेटा अच्छा काम किया है. ऐसे में उनकी तारीफ होनी चाहिए, ना कि आलोचना. इधर, सोमवार को कांग्रेस संगठन भी स्वास्थ्य मंत्री के पक्ष में खड़ा दिखा. प्रदेश अध्यक्ष ने सोमवार को प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन किया. उन्होंने कहा कि राज्य की महागठबंधन सरकार में सब कुछ ठीक चल रहा है. प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि भाजपा अलग-अलग माध्यमों से भ्रामक खबरें फैला रही है, जबकि हकीकत कुछ और है. 

ग्रामीण विकास मंत्री को लेकर भी भ्रामकता फैलाई गई 

उन्होंने कहा कि राज्य की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह के निर्वाचन क्षेत्र में पेयजल की समस्या का हल करने के लिए टेबल पर बैठी थी, लेकिन खबर आई कि वह मंत्री रहते हुए धरने पर बैठ गई. इसी तरह स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी के बेटे कृष अंसारी ने अपने शिक्षक के किसी बीमार परिजन को देखने अस्पताल गए थे. वह किसी अस्पताल का निरीक्षण करने नहीं गए थे.  किसी डॉक्टर, स्टाफ से बात नहीं की और ना ही  कोई  निर्देश दिया.  लेकिन खबरें भ्रामक बना दी गई. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के उप नेता राजेश कच्छप ने एचईसी के विस्थापित मुद्दे पर बात की तो उसे भी अलग तरीके से फैलाई गई. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो