TNP DESK- मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. लाखों महिलाएं ऐसी है जिन्हें पैसा मिल रहा है लेकिन हर जिलों में हजारों की संख्या में ऐसी महिला है जिनके खाते में पैसा नहीं पहुंचा है. इसे लेकर अब सरकार ने साफ कर दिया है कि आखिर किसको पैसा मिलेगा और किसको नहीं मिलेगा. जिनका बकाया है उन्हें कैसे पैसा और कब मिलेगा?  चलिए आपको है मईया योजना की अपडेट के बारे में पूरी जानकारी दे देते हैं....

सबसे पहले यह जान लीजिए की मैया योजना में 56 लाख 61 हजार से अधिक लाभुक है. जिसमें शुरुआत में 1000 वाली सभी किस्त सभी के खाते में पहुंची थी लेकिन जब दिसंबर से इस योजना की किस्त ₹2500 कर दी गई तो फिर गड़बड़ी की सामने आने लगी. महिलाएं निराश होने लगी और कह रही थी कि पैसा ही नहीं मिल रहा है. ऐसे में सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की गई और लाखों महिलाओं को होल्ड पर रख दिया गया.

सत्यापन की प्रक्रिया के बीच में ही हेमंत सोरेन ने अपने कैबिनेट से एक प्रस्ताव ला दिया और सभी को पैसा भेजने का आदेश दे दिया. जिनके आधार कार्ड लिंक है और जिनका नहीं है दोनों को इसमें भी पैसा नहीं मिला. इसके पीछे की वजह क्या है यह जान लीजिए

कैबिनेट से एक प्रस्ताव  पारित होने के बाद भी सभी महिलाओं को क्यों नहीं मिला पैसा

आधार कार्ड लिंक और सत्यापन से दूर अगर बात करें तो इसमें एक कड़ी राशन कार्ड की भी अहम भूमिका है और लाभुक जिनका होल्ड पर है उन्हें राशन कार्ड में वेरिफिकेशन जरूरी था. साथ ही  लाखों महिलाओं के नाम में गड़बड़ी पाई गई. आधार कार्ड और बैंक खाता में एक नाम मिल जाता है तो राशन कार्ड में मैच नहीं होता. जिससे जब डीबीटी के जरिए सरकार पैसा भेजती है तो उनका डाटा मिसमैच बता देता है. कंप्यूटर को लगता है कि अलग-अलग लोगों का दस्तावेज इसमें संलग्न किया गया है. जिस वजह से होल्ड पर कर दिया गया. ऐसे लाभुकों की किसी संख्या करीब 3 लाख के करीब बताई गई है. 

अब सवाल यह है कि आखिर ऐसी गड़बड़ी है तो उसका सुधार कैसे होगा

तो सबसे पहले आपने जो दस्तावेज सरकार के पास जमा किए थे, आंगनबाड़ी सेविका या पंचायत स्तर से उसमें क्या फार्म सही तरीके से भरा गया, इसके अलावा आपके आधार कार्ड, बैंक अकाउंट और राशन कार्ड में नाम की स्पेलिंग एक है या कोई वर्ल्ड गलत हो गया है. ऐसे में पहले आप खुद अपने राशन कार्ड आधार कार्ड और बैंक अकाउंट को एक बार अपने घर पर ही चेक कर ले. सभी में एक-एक शब्द मिलने चाहिए. लाभुक का नाम सभी तीनों दस्तावेज में एक सामान्य है या कुछ गड़बड़ी ह.  यह भी एक वजह है कि पैसा नहीं लोगों के अकाउंट में नहीं पहुंच रहा.

इसके अलावा अगर आपके पास एक से ज्यादा बैंक अकाउंट है और सभी में आधार कार्ड का डिटेल्स दिया हुआ है तो डीबीटी करने के बाद भी आपको योजना की किस्त नहीं मिलेगी. ऐसे में यह जांच करने के बाद आप अपने अन्य बैंक अकाउंट को बैंक से बंद कर दें या फिर उसमें से आधार कार्ड डीएक्टिवेट कर दे. जब किसी एक बैंक अकाउंट में आधार एक्टिव हो जाएगा तो आपका पैसा आसानी से पहुंच जाएगा.

अब सवाल यह भी है कि जिन लोगों को अभी तक तीनों किस्त नहीं मिला है वह क्या करेंगे

आपको बता दें कि वैसे लोगों को सबसे पहले तमाम दस्तावेजों को चेक कर लेना है. राशन कार्ड वेरीफाई होना चाहिए और आधार कार्ड एक बैंक अकाउंट से लिंक रहेगा तो आपको पैसा पहुंच जाएगा आपको कहीं दौड़ लगाने की जरूरत नहीं है.

लेकिन यहां पर ध्यान देने की जरूरत है कि जिन्हें पैसा नहीं मिला वह अपने दस्तावेजों को खुद चेक कर ले और कहीं प्रज्ञा केंद्र में जाकर दिखावा ले. नहीं तो फिर सरकार को अगर लगेगा कि आप योजना के किस्त की जरूरत नहीं समझ रहे हैं ऐसी स्थिति में आपका नाम भी काट दिया जा सकता है. 

जल्द ही लाभुकों को भेजी जाएगी नवीं किस्त 

फिलहाल नवी किस्त 53 लाख महिलाओं को भेजी जानी है. जिनकी तैयारी विभाग कर रहा है .जैसे ही तमाम लोगों का डीबीटी क्लियर हो जाएगा उनके खाते में पैसे गिरने शुरू हो जाएगा.

रिपोर्ट: समीर हुसैन