रांची(RANCHI): झारखंड में लगातार हो रहे डॉक्टरों पर हमले के खिलाफ राज्य भर के डॉक्टर हड़ताल पर हैं. डॉक्टरों पर हो रहे हमले को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बड़ा ही अटपटा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति पर हमला राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े नहीं करती है.
स्वास्थ्य मंत्री विधानसभा के बजट सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे थे. वहीं जब उनसे मीडिया ने डॉक्टरों पर हो रहे हमले और राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सवाल पूछा था. इस बारे में जवाब देते हुए उन्होंने ये बातें कही. उन्होंने कहा कि अगर कोई अपराधी किसी व्यक्ति पर हमला करता है, तो इससे ये सवाल नहीं उठना चाहिए कि राज्य की लॉ एण्ड ऑर्डर खराब है. उस अपराधी के खिलाफ पुलिस कानून सम्मत कार्रवाई करेगी. रांची के ssp को इस बारे में निर्देश दिया जा चुका है.
रांची के डॉक्टर पर हुआ था हमला
बता दें कि राजधानी रांची के सदर थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर इलाके में हड्डी के विशेषज्ञ डॉक्टर अंचल कुमार पर जानलेवा हमला हुआ था. कुछ दिनों पहले भी झारखंड के अन्य जिलों में भी ऐसे वारदात देखने को मिली थी. इसी को लेकर चिकित्सकों पर हो रहे लगातार हमले से झांसा और आईएमए में काफी आक्रोश भी देखने को मिला.
झारखंड राज्य के समस्त डॉक्टरों ने 1 मार्च को अपने कार्य से दूरी बनाने का फैसला लिया. इसी कड़ी में राजधानी रांची के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले डॉक्टरों ने राज्य सरकार से मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग की. इतना ही नहीं डॉक्टरों ने यह भी कहा कि यह एक सांकेतिक प्रदर्शन है. अगर सरकार मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं करती है तो यह आंदोलन और उग्र होगा.
मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग
बता दें कि रांची से पहले झारखंड के गढ़वा जिले में भी डॉक्टर के साथ मारपीट का मामला सामने आया था. तब उसका आरोप झामुमो के कार्यकर्ताओं पर लगा था. इस तरह की लगातार घटनाओं के बाद IMA ने एक दिवसीय हड़ताल का फैसला किया. डॉक्टरों की मांग है कि राज्य में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लाया जाए. हालांकि, डॉक्टरों ने हड़ताल से इमर्जेन्सी सेवाओं और ओपीडी सेवाओं को बाहर रखा है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन, रांची
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