रांची (RANCHI) : कल यानी 3 मार्च को झारखंड का बजट विधानसभा में बिना नेता प्रतिपक्ष के ही पेश किया जाएगा. वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेंगे. गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव हुए तीन माह से अधिक हो गए लेकिन अबतक नेता प्रतिपक्ष नहीं चुना जा सका. इतना ही नहीं झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से शुरू है. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष का न होना राज्य की राजनीति में बयानबाजी का कारण भी बनी है. विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने नाराजगी जताते हुए कहा कि विधानसभा को सुचारू रूप से चलाने में नेता प्रतिपक्ष की भी अहम भूमिका होती है. संवैधानिक नियम के अनुसार विधानसभा की कार्यवाही में नेता प्रतिपक्ष की उपस्थिति अनिवार्य है.
राजनीतिक गलियारों में इन नेताओं के नाम पर चर्चा
राजनीतिक गलियारों में बीजेपी के वरिष्ठ नेता के साथ-साथ रांची के वर्तमान विधायक सीपी सिंह का नाम चर्चा में है. कहा जा रहा है कि उनके अनुभव और पार्टी के प्रति उनकी मेहनत को देखते हुए उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है. नेता प्रतिपक्ष के लिए दूसरा नाम नीरा यादव का है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि अगर पार्टी किसी महिला को नेता प्रतिपक्ष बनाती है तो वह नीरा यादव ही होंगी.
इस बार के बजट में 10 फीसदी की हो सकती है बढ़ोतरी
अगर बजट का बात करें तो इस बार के बजट आकार में सात से 10 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. बता दें कि वर्ष 2024-25 में झारखंड का बजट आकार 1 लाख 28 हजार 900 करोड़ रुपये था. इस हिसाब से इस बार का बजट करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये रहने की संभावना है. शुक्रवार को सदन में 5508 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पारित किया गया. वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट मंईयां सम्मान योजना के कारण महिला एवं बाल विकास विभाग के लिए अधिक धन राशि का आवंटन किए जाने की संभावना है.
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