धनबाद (DHANBAD) : पति -पत्नी के पवित्र रिश्ते का खून. सवाल बड़ा हो गया कि अब दो छोटे-छोटे बच्चों का क्या होगा. पति पर शक का भूत इस कदर सवार हुआ कि उसने पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी. पत्नी पर तो उसे दया नहीं आई, दो छोटे-छोटे बच्चों पर भी माया नहीं घेर. बात सिर्फ हत्या करने तक ही नहीं हुई, हत्या करने के बाद वह पत्नी के शव को कंधे पर उठाया और घर से 500 मीटर दूर जंगल पहुंच गया. फिर गड्ढा खोदकर शव को गाड़ दिया और घर लौट आया. लोग तो यह भी बता रहे हैं कि खुद ही उसने इसकी सूचना ससुराल वालों को दी.
धनबाद के राजगंज थाना क्षेत्र की लोमहर्षक घटना
यह सब हुआ है धनबाद के राजगंज थाना क्षेत्र में. कानाटांड़ के रहने वाले मनबोध पंडित ने गला घोटकर पत्नी लक्ष्मी देवी की हत्या कर दी और उसके बाद शव को दफना दिया. सूचना पर लक्ष्मी के मायके वाले पहुंचे और हंगामा किया. उसके बाद पुलिस सक्रिय हुई, पुलिस बिना विलंब किए गांव पहुंची और आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि लाश को कहां ठिकाने लगाया है. फिर उसकी निशानदेही पर पुलिस पहुंची और देर रात को शव को गड्ढे से बाहर निकाला. मनबोध को शक था कि उसकी पत्नी लक्ष्मी देवी का किसी से प्रेम प्रसंग है. इस वजह से दोनों में विवाद भी होता था. पति बाहर कही काम करता है और पहली मई को घर आया था. उसके बाद पति-पत्नी में विवाद होता था और वह इतना बड़ा कांड कर दिया. लक्ष्मी देवी का मायका चंद्रपुरा में है. वह स्वर्गीय उत्तम पंडित और स्वर्गीय उषा देवी की बेटी थी.
पांच बहनों में दूसरे नंबर पर थी मृतिका
पांच बहनों में वह दूसरे नंबर पर थी. 8 साल पहले विनोद कुमार के पुत्र मनबोध से उसकी शादी हुई थी. मृतिका का एक पुत्र और एक पुत्री है. मृतका की बड़ी बहन उसकी गोतनी है, लेकिन वह अपने पति के साथ बेंगलुरु में रहती है. लोग आश्चर्य व्यक्त कर रहे थे कि पत्नी की हत्या करते वक्त मनबोध को अपने छोटे-छोटे बच्चों का भी ख्याल नहीं रहा. सवाल बड़ा हो गया है कि आखिर उन बच्चों का क्या होगा? दादा घटना के बाद से फरार हैं, मां मर चुकी है. पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. ननिहाल में नाना-नानी भी नहीं है. ननिहाल में सिर्फ कुंवारी मौसियां है. घटना के बाद से बच्चों का भी रो-रो कर बुरा हाल है.
प्रकाश की रिपोर्ट
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