दुमका (DUMKA) : अमूमन आज के समय में व्यवसायियों को सबसे बड़ा खतरा रंगदारों से है. व्यवसाय शुरू हुआ नहीं कि सबसे पहले रंगदारों की नजर पड़ती है. झारखंड में कई ऐसे गैंग है जिसका नाम सुनते ही व्यवसायियों के पसीने छूटने लगते हैं. हाल के दिनों में झारखंड में पुलिस ने कई रंगदारों को इनकाउंटर में मार गिराया, इसके बाबजूद जगह जगह से रंगदारी की मांग की खबरें आती रहती है. ताजा मामला झारखंड की उपराजधानी दुमका का है जहां पत्थर खदान संचालक से ₹50 लाख की रंगदारी की मांग की गई थी.
23 सितंबर को खदान संचालक से मांगी थी रंगदारी
जानकारी के अनुरूप दुमका जिला के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के लौवा पहाड़ी गांव स्थित पत्थर खदान संचालक राम सोरेन से 50 लाख रुपए रंगदारी की मांग की गई थी. 28 सितंबर को खदान संचालक ने शिकारीपाड़ा थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी. आवेदन में लिखा कि सुनील मंडल के साथ पार्टनरशिप में पत्थर खदान संचालित है. 23 सितम्बर को अज्ञात अपराधियों द्वारा फोन पर ₹50 लाख रंगदारी की मांग की गई. रंगदारी नहीं देने पर गोली मारने की धमकी दी गई.
28 सितंबर को मामला पहुंचा थाना, हरकत में आई पुलिस
आवेदन मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई. शिकारीपाड़ा थाना में कांड संख्या 107/2025 दर्ज की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने एसडीपीओ विजय कुमार महतो के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया.
शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र से पुलिस ने 3 अपराधियों को किया गिरफ्तार
अनुसंधान के क्रम में पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के ही रहने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस गिरफ्त में आए अपराधी का नाम बड़का मुर्मू ( शिमला-ढाका गांव ) , जोसफ हेम्ब्रम ( भोकतानडीह) और लखी राम मुंर्मु शामिल है. तीनों ने रंगदारी मांगने में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. इनके स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर रंगदारी मांगने में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है. आवश्यक कार्रवाई पूरी करने के बाद तीनों को जेल भेजा जा रहा है. कार्रवाई में एसडीपीओ विजय महतो के अलावा थाना प्रभारी अमित कुमार लकड़ा, एएसआई मोहम्मद इमरान, एएसआई राकेश भगत भी शामिल थे.

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