रांची (RANCHI) : झारखंड के तमाम राज्यों में रावण दहन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है. ऐसे में अब इंतज़ार है दशहरा के दिन का जब रावण दहन होगा. पर इस बार दशहरे पर मौसम खलल डाल सकता है और रावण दहन का मज़ा किरकिरा सकता है. मौसम विभाग ने दशहरा तक राज्य में हल्की से मध्यम बारिश और वज्रपात की संभावना जताई है.
दरअसल पूजा पंडालों के पट खुलते ही श्रद्धालु बड़ी संख्या में देवी के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. जगह-जगह मेले लग रहे हैं, रोशनी और सजावट से पूरा शहर सजा हुआ है. ऐसे में षष्ठी की शाम से ही श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है और दशमी तक भीड़ और बढ़ने की संभावना है. हालांकि, इस भक्ति और उल्लास के बीच मौसम बार-बार अड़चन डाल रहा है.
ऐसे में रांची मौसम केंद्र के अनुसार 30 सितंबर और 1 अक्टूबर को पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, सिमडेगा, रांची, बोकारो, गुमला, खूंटी, रामगढ़, कोडरमा, हजारीबाग और धनबाद में हल्की बारिश के साथ मेघगर्जन हो सकता है. हालांकि अच्छी बात यह है कि नवमी तक राज्य में कहीं भी भारी बारिश की संभावना नहीं है. पर मौसम विभाग का कहना है कि दशहरा के दिन यानी 2 अक्टूबर को राज्य के कुछ जिलों – देवघर, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज – में भारी बारिश की संभावना है. इसके अलावा 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और वज्रपात का भी खतरा बना रहेगा.
उसके बाद दशहरा के अगले दिन 3 अक्टूबर को राज्य के उत्तर-पूर्वी और उत्तरी-मध्य हिस्सों में भारी बारिश के आसार हैं. वहीं 4 अक्टूबर को भी उत्तर-पूर्वी जिलों में तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है. इसका असर मूर्ति विसर्जन पर भी पड़ सकता है. कुल मिलाकर, इस बार नवरात्र और दशहरा में श्रद्धालुओं को मौसम की मार झेलनी पड़ सकती है. हालांकि, लोग अब मन बना चुके हैं कि चाहे बारिश हो या तेज हवाएं, त्योहार की खुशियां फीकी नहीं पड़ने देंगे.

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