रांची(RANCHI) : बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर आज राजधानी रांची में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ है. इसी क्रम में रांची के जैप वन परिसर में भी बुद्ध पूर्णिमा का उत्सव मनाया गया. बता दें कि जैप वन में स्थित तिब्बती शैली का बौद्ध मंदिर राज्य का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है, जहां प्रत्येक वर्ष बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर विशेष अनुष्ठान होता है. इस बौद्ध मंदिर की स्थापना वर्ष 2002 में जैप वन परिसर में हुई थी और यह मंदिर तिब्बती शैली में दो सालो में बनकर तैयार हुआ. इस मंदिर में पांच मूर्तियाँ हैं और पंद्रह मणि बेलन हैं. बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आज यहां प्रभात फेरी निकाली गई. साथ ही तीन दिन तक विशेष अर्चना के बाद कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. समारोह में पहुंचे जैप कमांडेंट राकेश रंजन ने बताया कि जैप वन में बौद्ध धर्म मानने वाले लोग रहते हैं और प्रत्येक वर्ष यहां विशेष पूजा-अर्चना होती है. यहां की पूजा का विशेष महत्व है और आज के दिन का भी विशेष महत्व है. उन्होंने कहा कि आज ही के दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था और आज ही के दिन उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, इसीलिए यह दिन खास है. गौरतलब है कि बड़ी संख्या में अन्य धर्मों के लोग भी इस समारोह में शामिल होते हैं.

क्यों मनाई जाती है बुद्ध पूर्णिमा?

भगवान बुद्ध के जन्म और ज्ञान प्राप्ति के लिए बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाती है. बौद्ध धर्म मानने वाले लोगों के लिए यह एक महत्वपूर्ण पर्व है, जब लोग अहिंसा, दयालुता और प्रेम की भावना को याद करते हैं.