टीएनपी डेस्क(TNP DESK): आज दिल्ली में नमचीन पत्रकारों के घर छापेमारी चल रही है. बता दे कि दिल्ली पुलिस ने Newsclick वेबसाईट  के जाने-माने पत्रकार के घर रेड मारी है. इस दौरान मीडिया पत्रकारों के घर से लैपटॉप सहित कई सामान को जब्त किया है. इन पत्रकारों पर आरोप है कि यह चीज से मिली भगत कर मोदी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं. वैसे इस कार्रवाई को बिहार सरकार की जाति जनगणना रिपोर्ट से ध्यान भटकने की कार्रवाई भी मानी जा रही है. 

क्या है मामला 

मिली जानकारी के अनुसार संदिग्ध फंडिंग चीनी कंपनियों के जरिये Newsclick को मिली थी. बताया जा रहा है कि 2021 में अवैध फंडिंग मामले में न्यूज क्लिक पर मुकदमा दर्ज किया गया था. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने यह मुकदमा दर्ज किया था. इसी कड़ी में मंगलवार सुबह से ही  दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में रेड जारी है. पिछले अगस्त में एक अमेरिकी अखबार ने न्यूज क्लिक को चीन के विभिन्न संस्थानों से अलग-अलग मध्य में फंडिंग की रिपोर्ट छापी थी. संसद में गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी यह मामला उठाया था.

ताजा जानकारी के अनुसार  36  ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई है.इस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. पत्रकार अभिसार शर्मा ने अपने एक्स पूर्व ट्विटर हैंडल पर बाबत पोस्ट भी डाला है.रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकार उर्मिलेश और सत्यम तिवारी को हिरासत में  लिया गया है.  पत्रकार अभिसार शर्मा को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल लेकर गई है.NewsClick के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ को स्पेशल सेल के दफ्तर लाया गया है. मालूम हो कि प्रकाश के अकाउंट में चीन से 10 करोड़ रुपए हस्तांतरित होने का साक्ष्य मिला है. इसके अलावे अन्य स्रोत से फंडिंग के भी साक्ष्य मिलने की सूचना है.

अभिसार शर्मा ने ट्वीट कर दी जानकारी 

अभिसार शर्मा ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर जानकारी दी कि दिल्ली पुलिस उनके घर पहुंची और उनका लैपटॉप और फोन जब्त कर लिया. 

जर्नलिस्ट भाषा सिंह ने भी ट्वीट कर दी जानकारी 

जर्नलिस्ट भाषा सिंह के घर पर भी पुलिस ने छापा मारा है. भाषा ने भी ट्वीट कर जानकारी दी. उन्होंने लिखा "ये मेरा लास्ट ट्वीट है. दिल्ली पुलिस ने मेरा मोबाइल जब्त कर लिया है."

राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट कर किया सवाल 

वहीं राजदीप सरदेसाई ने कारवाई पर सवाल उठाते हुए लिखा कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने न्यूजक्लिक वेबसाइट से जुड़े कई पत्रकारों, लेखकों के घरों पर छापेमारी की. मोबाइल और लैपटॉप ले गए.. पूछताछ जारी. अभी तक कोई वारंट/एफआईआर नहीं दिखाया गया. लोकतंत्र में पत्रकार कब से राज्य के 'दुश्मन' बन गए?"